नई दिल्ली: उत्तरी दिल्ली के नरेला में हुए दोहरे हत्याकांड में पुलिस पिटाई का बदला लेने का कारण मान रही है. हालांकि इस घटना में दूसरा शख्स राहगीर था. जो बदमाशों की गोलियो का शिकार हो गया. पुलिस को इस मामले में कुछ सुराग भी मिले हैं. जिसके आधार पर हमलावरों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है.
बुधवार देर रात फायरिंग में दो लोगों की हुई थी मौत
बुधवार देर रात कुरैनी गांव के प्रवेश द्वार पर बदमाशों की फायरिंग में शाहबाज और सर्फुद्दीन नाम के युवक की मौत हो गई थी. शाहबाज कुरैनी गांव का रहने वाला था जबकि पेशे से दर्जी सर्फुद्दीन मूलरूप से बिहार के बांका जिले का निवासी था. पुलिस को घटना की सूचना बांकनेर निवासी हिमांशु ने दी थी. दरअसल, हिमांशु अपने दोस्तों के साथ कार से मनाली जा रहा था. रात को वह कुरैनी गांव के पास चिकन की दुकान पर खड़ा था तभी बदमाशों की फायरिंग में एक गोली कार में लग गई थी. वह मौके से सीधे नरेला थाने गया और घटना की सूचना दी. इस दौरान पांच राउंड गोली चली थी. जिसमें एक राहगीर समेत दो की मौत हो गई.
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मृतक के भाई के साथ बदमाश की हुई थी मारपीट
अभी तक की जांच में हत्याकांड में नाजिम और उसके साथियों के हाथ होने की बात सामने आई है. दरअसल, मृतक शाहबाज के भाई जाकिर ने नाजिम को बुरी तरह से पीट दिया था. जाकिर इन दिनों मेरठ जेल में बंद है. पुलिस इसी घटना को हत्याकांड की वजह मान रही है. परिवार के सामने संकट 34 साल का सर्फुद्दीन कुरैनी गांव में पांच साल से किराए पर रहता था वहीं शाहबाज घर से मेडिकल स्टोर दवा लेने के लिए गया था. तभी बदमाशों ने उस पर फायरिंग कर दी थी. फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी हुई है. आरोपियों को पकड़ने के लिए लगातार छापेमारी कर रही है.