नई दिल्लीः राजधानी दिल्ली में लगातार बढ़ती टमाटर की कीमतों ने लोगों के चेहरे की हवाइयां उड़ा दी है. दिल्ली के बाजारों में टमाटर का भाव एक बार फिर 250 से 300 रुपये प्रति किलो पहुंच गया है. जानकारों का कहना है कि अगले एक महीने तक इसके भाव ऐसे ही बढ़े रहेंगे, जिससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है. हालांकि सितंबर माह की शुरुआत में महाराष्ट्र से टमाटर की सप्लाई शुरू होने की उम्मीद है, जिसके बाद इसके दाम में गिरावट आ सकती है. इसके दाम में गिरावट आने के साथ ही लोगों को सब्जियों की बढ़ती महंगाई से राहत मिलेगी.
दिल्ली की आजादपुर मंडी में हिमाचल और बेंगलुरु से टमाटर आ रहा है. टमाटर के दाम में लगातार उतार-चढ़ाव देखा जा रहा है, जिसकी वजह से मंडी में इसके दाम स्थिर नहीं हो पा रहे हैं. गृहिणी अलका त्यागी का कहना है कि जो टमाटर दो महीने पहले 15 रुपये प्रति किलो बिक रहा था. अब 250 से 300 रुपये प्रतिकिलो बाजार में बिक रहा है. इतनी महंगी कभी प्याज भी नही हुई, जितना महंगा होकर टमाटर लोगों की जेब पर डाका डाल रहा है. टमाटर ने किचन का बजट बिगाड़ दिया है.
गृहिणियों के किचन का बजट बिगड़ाः वहीं दूसरी गृहिणी पूजा ने बताया कि जितने पैसे में अब एक किलो टमाटर ही आते हैं, उतने में अन्य दूसरी सब्जियां बड़ी मात्रा में आ जाती हैं. देशभर में हुई बारिश की वजह से टमाटर के दाम इतने बढ़े हैं कि उन्हें याद नहीं पिछले कई सालों में ऐसा हुआ हो. घर की बुजुर्ग महिला शशि त्यागी ने बताया कि पहले टमाटर 5 से 10 रुपये प्रति किलो ही बाजार में बिकता था. बहुत महंगाई हुई तो 20 से 30 रुपये प्रति किलो बिकने लगा. अब तो टमाटर के दामों ने सब्जियों के सारे रिकॉर्ड ही तोड़ दिए और टमाटर 300 रुपये किलो तक बाजार में बिक रहा है. उन्हें खुद समझ नहीं आ रहा है कि इतनी महंगाई टमाटर के दामों पर कब देखी गई थी, लेकिन इस बार बड़ी बताशा महंगाई ने लोगों के किचन का बजट ही बिगाड़ दिया है. लगता है कि अब सालों पहले की तरह टमाटर दूसरा विकल्प तलाशना होगा, ताकि सब्जी में कुछ स्वाद बनी रहे.
महाराष्ट्र की मंडियों ने नहीं आ रहा टमाटरः आजादपुर मंडी में टमाटर कारोबारी राजीव कुमार का कहना है कि अगस्त माह की शुरुआत में ही महाराष्ट्र से इसके आने की उम्मीद थी, लेकिन टमाटर महाराष्ट्र से भी मंडियों में नहीं आ रहा है. इस वजह से टमाटर के दाम लगातार ऊपर नीचे हो रहे हैं. पहले मंडी में 50 से 60 गाड़ियों की आवक होती थी, लेकिन अब टमाटर के दाम बेहताशा बढ़ने से गाड़ियों की आवक भी चौथाई तक रह गई है. बेंगलुरु से आने वाला टमाटर करीब 5000 प्रति कैरेट आढ़ती खरीद रहे हैं. उसके बाद फुटकर बाजारों में टमाटर की कीमत और भी बढ़ जाती है. हिमाचल से आने वाला टमाटर भी करीब 3500 से 4000 प्रति कैरेट मंडी में बिक रहा है, जब तक देश के दूसरे राज्यों से टमाटर मंडियों में आना शुरू नहीं होगा. तभी तक टमाटर के भाव इसी तरह लोगों को परेशान करते रहेंगे.
आजादपुर मंडी के टमाटर कारोबारी हरिकिशन ने बताया कि बीते तीन दिनों में टमाटर की आवक बहुत कम हो गई है. मंडी में टमाटर की बिक्री 15% तक आ गई है. कर्नाटक और आंध्रप्रदेश से केवल 6 गाड़ियां ही टमाटर दिल्ली की आजादपुर मंडी पहुंची है. उम्मीद है कि अगले 15 दिनों में स्थिति संभल सकती है, जब दूसरे राज्यों से मंडी में टमाटर आना शुरू हो जाएगा. इससे टमाटर के दाम स्थिर होंगे.
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