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पांडव कालीन मंदिर में जल अर्पण कर कांवड़ियों ने पूरी की कावड़ यात्रा

राजधानी दिल्ली में कई प्राचीनतम मंदिर हैं. ऐसा ही एक शिव मंदिर पांडव कालीन है जो अपने प्राकृतिक रूप से उत्पन्न शिवलिंग के लिए पूरे उत्तरी दिल्ली में मशहूर है.

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Published : Jul 30, 2019, 7:46 PM IST

कांवड़ियों ने पूरी की कावड़ यात्रा etv bharat

नई दिल्ली: पूरे देश में शिवरात्रि का त्योहार मनाया जा रहा है. राजधानी दिल्ली में भी पूरे हर्षोल्लास के साथ इस त्योहार को मनाया जाता है. राजधानी दिल्ली में कई प्राचीनतम मंदिर हैं. ऐसा ही एक शिव मंदिर पांडव कालीन है जो अपने प्राकृतिक रूप से उत्पन्न शिवलिंग के लिए पूरे उत्तरी दिल्ली में मशहूर है.

कांवड़ियों ने पूरी की कावड़ यात्रा

मनोकामना होती है पूरी!
यह मंदिर उत्तरी दिल्ली के मादीपुर क्षेत्र में है. इस मंदिर को लेकर प्राचीन समय से धारणाएं चलती आ रही है. कहते हैं कि इस मंदिर में आकर जो भक्त सच्चे दिल से भोले बाबा से कुछ मांगता है. उसकी मनोकामना पूरी होती है.


ईटीवी भारत की टीम ने मंदिर में जाकर कावड़ियों से बातचीत की. कांवड़ियों ने बताया कि वह मंदिर की व्यवस्थाओं से पूरी तरह संतुष्ट हैं. मंदिर प्रशासन ने इस बार कावड़ियों के लिए खास तौर पर उनके आराम करने के लिए, जलपान के लिए खास व्यवस्था की थी.

'बाबा की कृपा से यात्रा सरल और सुगम हो जाती है'
कांवड़ियों ने बातचीत के दौरान ये भी बताया कि यात्रा कितनी ही दुर्गम हो लेकिन भोले बाबा की कृपा से हर बार यात्रा सरल और सुगम हो ही जाती है. यहां पर हमें कुछ ऐसे भी कांवड़िया मिले जो पिछले 40 साल से लगातार कांवड़ ला रहे हैं. जिसका पूरा श्रेय कांवड़िए भोले बाबा को देते हैं.

नई दिल्ली: पूरे देश में शिवरात्रि का त्योहार मनाया जा रहा है. राजधानी दिल्ली में भी पूरे हर्षोल्लास के साथ इस त्योहार को मनाया जाता है. राजधानी दिल्ली में कई प्राचीनतम मंदिर हैं. ऐसा ही एक शिव मंदिर पांडव कालीन है जो अपने प्राकृतिक रूप से उत्पन्न शिवलिंग के लिए पूरे उत्तरी दिल्ली में मशहूर है.

कांवड़ियों ने पूरी की कावड़ यात्रा

मनोकामना होती है पूरी!
यह मंदिर उत्तरी दिल्ली के मादीपुर क्षेत्र में है. इस मंदिर को लेकर प्राचीन समय से धारणाएं चलती आ रही है. कहते हैं कि इस मंदिर में आकर जो भक्त सच्चे दिल से भोले बाबा से कुछ मांगता है. उसकी मनोकामना पूरी होती है.


ईटीवी भारत की टीम ने मंदिर में जाकर कावड़ियों से बातचीत की. कांवड़ियों ने बताया कि वह मंदिर की व्यवस्थाओं से पूरी तरह संतुष्ट हैं. मंदिर प्रशासन ने इस बार कावड़ियों के लिए खास तौर पर उनके आराम करने के लिए, जलपान के लिए खास व्यवस्था की थी.

'बाबा की कृपा से यात्रा सरल और सुगम हो जाती है'
कांवड़ियों ने बातचीत के दौरान ये भी बताया कि यात्रा कितनी ही दुर्गम हो लेकिन भोले बाबा की कृपा से हर बार यात्रा सरल और सुगम हो ही जाती है. यहां पर हमें कुछ ऐसे भी कांवड़िया मिले जो पिछले 40 साल से लगातार कांवड़ ला रहे हैं. जिसका पूरा श्रेय कांवड़िए भोले बाबा को देते हैं.

Intro:शिव मंदिर मादीपुर नई दिल्ली

कावड़ियों के अंदर दिखा भारी उत्साह, पांडव कालीन शिव मंदिर में 50 से ज्यादा डाक कावड़ ने जल अर्पित कर शिवरात्रि का त्यौहार मनाया , हज़ारो की तादाद में कावड़ियों ने भी जल अर्पित करके पूरी की अपनी यात्रा ।


Body:पांडव कालीन मंदिर में जल अर्पण करके कांवड़ियों ने पूरी की अपनी कावड़ यात्रा

आज पुरे देश में शिवरात्रि का त्योहार मनाया जा रहा है राजधानी दिल्ली में भी पूरे हर्षोल्लास के साथ इस त्यौहार को मनाया जाता है राजधानी दिल्ली में प्राचीनतम होने के साथ-साथ कई प्राकृतिक मंदिर भी हैं ऐसा ही एक शिव मंदिर पांडव कालीन है जो अपने प्राकृतिक रूप से उत्पन्न शिवलिंग के लिए पूरी उत्तरी दिल्ली में मशहूर है यह मंदिर उत्तरी दिल्ली के मादीपुर क्षेत्र में है ,इस मंदिर को लेकर प्राचीन समय से धारणाये चलती आ रही है कहते है इस मंदिर में आकर जी भी भक्त सच्चे दिल से भोले बाबा से मांगता है उसकी मनोकामना पूरी होती है ईटीवी भारत की टीम ने उस मंदिर में जाकर वहां के कावड़ियों से बातचीत की और उन सभी कांवड़ियों ने अपनी यात्रा के दौरान के सभी अनुभव साझा करें , सभी कांवड़ियों ने बताया कि वह मंदिर द्वारा किए गए की गई व्यवस्थाओं से पूरी तरह संतुष्ट हैं मंदिर प्रशासन ने इस बार कावड़ियों के लिए खास तौर पर उनके विश्राम करने के लिए के जलपान तक की खास व्यवस्था की थी अपनी धर्मशाला के अंदर जिससे कावड़िए काफी संतुष्ट दिखाई दिए , कांवड़ियों ने बातचीत के दौरान बताया यात्रा कितनी ही दुर्गम हो लेकिन भोले बाबा की कृपा से हर बार यात्रा सरल और सुगम हो ही जाती है यहां पर हमें कुछ ऐसे भी कावड़िया मिले जो पिछले 40 साल से लगातार कावड़ ला रहे हैं जिसका पूरा श्रेय कावड़िए भोले बाबा को देते हैं


Conclusion:शिवरात्रि के दिन कांवरियों के अंदर भारी उत्साह दिखा ना सिर्फ डाक कावड़ लेने गए कावड़ियों में बल्कि जो का कावड़िये पैदल जल लेने गए थे उनके अंदर भी भारी उत्साह दिखाई दिया ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान सभी कावडियों ने अपनी यात्रा का अनुभव साझा किया ।
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