नई दिल्ली/नोएडा: हाल ही में संसद परिसर में धक्का मुक्की की घटना में जहां एक तरफ विभिन्न नेताओं की प्रतिक्रिया सामने आई थी, वहीं सांसद प्रताप सारंगी और सांसद मुकेश राजपूत घायल हो गए थे. इसके बाद उन्हें आरएमएल अस्पताल में भर्ती कराया गया था. सोमवार को उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे गई, जिसके बाद सेकंड ओपिनियन के लिए नोएडा के सेक्टर 71 स्थित कैलाश अस्पताल में भर्ती हुए.
इस बारे में अस्पताल के न्यूरो सर्जन श्रीकांत शर्मा ने बताया कि दोनों सांसद डॉक्टरों की दो टीमों की निगरानी में भर्ती किए गए हैं, जो तीन-चार दिनों तक यहां रहेंगे. उन्होंने बताया कि दोनों सांसदों की जांच की गई, जिसकी रिपोर्ट भी आ गई है. 56 वर्षीय सांसद मुकेश राजपूत ने अस्पताल में प्रवेश के समय पीठ के निचले हिस्से में गंभीर दर्द, निचले अंगों में सुन्नता और झुनझुनी, सिरदर्द और मतली आदि समस्याएं बताई. स्पाइन स्क्रीनिंग और सीटी ब्रेन स्कैन के साथ लुंबोसैक्रल स्पाइन (एलएस स्पाइन) का एमआरआई कराने के बाद उन्हें वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया. फिलहाल वह न्यूरोसर्जिकल टीम की निगरानी में हैं और स्थिति सामान्य है.
पाई गई न्यूरो की समस्या: उन्होंने आगे बताया कि सांसद प्रताप चंद्र सारंगी को सिर का आघात, बाईं आंख के बाहरी हिस्से में चोट और सिर में टांके लगे थे. साथ ही मतली, उल्टी, चक्कर आना, सिरदर्द, ध्यान केंद्रित करने में असमर्थता और सोने में कठिनाई आदि समस्याएं सामनी आई थी. लगातार चक्कर आना, मतली और सामान्य कमजोरी की शिकायतें बनी हुई है. प्रोटोकॉल के अनुसार, मौजूदा और पहले से मौजूद स्थितियों के लिए उपचार जारी रखा जाएगा. दोनों ही सांसदों की हालत खतरे के बाहर है, लेकिन उनमें न्यूरो की समस्या पाई गई है.
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