नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली के प्रमुख निजी स्कूल संचालकों ने आज अपनी पांच प्रमुख मांगों को लेकर दिल्ली में विरोध मार्च निकाला. यह विरोध मार्च दिल्ली सरकार के खिलाफ निकाला गया था. इस विरोध मार्च में निजी स्कूली संगठन एप्सा, डिसा, पीएलपीएस और साउथ दिल्ली एसोसिएशन के नेतृत्व में 500 से अधिक स्कूल संचालक शामिल हुए.
विरोध मार्च में निजी स्कूल संचालको के संगठनों द्वारा पांच प्रमुख मांगे रखी गई. देखिए क्या हैं पांच प्रमुख मांगें.
- सभी स्कूलों का सत्र 2020-21 तक ईडब्ल्यूएस का फंड जारी किया जाए.
- नर्सरी एडमिशन और ईडब्ल्यूएस एडमिशन का नोटिफिकेशन जल्द से जल्द जारी किया जाए.
- 1 फरवरी से कक्षा छठी से लेकर 12वीं तक के बच्चों के लिए स्कूल खोलने दिए जाएं, साथ ही पेरेंट्स की सहमति और सेफ्टी गाइडलाइंस का हर स्कूल में पालन किया जाए.
- कोविड-19 के चलते लगाए गए लॉकडाउन के चलते स्कूलों का जितना नुकसान हुआ है, उसके मुआवजे की भरपाई की जाए.
- दिल्ली सरकार प्राइवेट स्कूल में पढ़ने वाले सभी बच्चों की फीस रीइंबर्स करें ताकि दिल्ली के सभी बच्चों को मुफ्त और जरूरी शिक्षा मिल सके.
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देखा जाए तो दिल्ली में निजी स्कूल संचालन करने वाले संगठनो से जुड़े लोगों ने आज दिल्ली सरकार के खिलाफ विरोध मार्च निकाला और मुख्य तौर पर अपनी पांच मांगे रखी. निजी स्कूल संगठनों से जुड़े लोगों की प्रमुख मांग है कि 1 फरवरी से राजधानी दिल्ली के अंदर छठी से लेकर 12वीं तक के स्कूलों को खोलने का इजाजत दी जाए. अपनी मांगों को लेकर बकायदा निजी स्कूल संचालन करने वाले संगठनों से जुड़े लोगो के प्रतिनिधियों ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आधिकारिक आवास पर जाकर अपनी तरफ से ज्ञापन सौंप दिया है.