नई दिल्ली: दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण के बीच छठ पूजा का आज तीसरा दिन है. वेस्ट दिल्ली के मटियाला इलाके के (pollution free chhath ghat) नन्हें पार्क में श्रद्धालु अनोखा छठ घाट बनाते हैं जो पूरी तरह से प्रदूषण मुक्त होता है. महिलाए छठ व्रती इसी घाट के पानी में खड़े होकर डूबते और उगते सूर्य को अर्घ्य देती हैं.
राजधानी में छठ पूजा की धूम है. ऐसे में तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं, जहां एक तरफ स्थाई और अस्थाई घाट पर पूजा की तैयारी हो रही है, वहीं मटियाला इलाके के नन्हें पार्क में कॉलोनी की गलियों में ऐसा छठ घाट बनाया जाता है जो दिल्ली के बढ़ते प्रदूषण के बीच बिल्कुल प्रदूषण मुक्त है. इसकी वजह यह है कि इस घाट को तैयार करने में ना ही मिट्टी, सीमेंट और बालू का इस्तेमाल होता है, बल्कि लकड़ी और प्लास्टिक की चादर से इस घाट को तैयार किया जाता है. फूल पत्ती, लाइट और अन्य सामानों से इसे सजाया भी जाता है. घाट में पानी भरकर इसे सूर्य को अर्घ्य देने लायक बिल्कुल तालाब जैसा बनाया जाता है.
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लोगों का कहना है कि दिल्ली में इस समय प्रदूषण काफी बढ़ जाता है. ऐसे में इस तरह के घाट से प्रदूषण बिल्कुल नहीं होता है. इसे तैयार करने में लगभग 10 से 12 घंटे का वक्त लगता है और थोड़ी सी जगह में यह बन भी जाता है. पूजा होने के बाद इसे हटाने में किसी तरह की कोई परेशानी भी नहीं होती है. यह कहीं न कहीं दिल्ली में घटते जगहों की कमी को भी पूरा करता है.
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