नई दिल्ली: उत्तरी दिल्ली नगर निगम का साल 2019 का आखिरी स्थायी समिति का सत्र भी बेहद हंगामेदार रहा. सत्र के अंदर कांग्रेस नेता मुकेश गोयल और कमिश्नर वर्षा जोशी के बीच में जमकर बहस हुई. दरअसल सत्र के अंदर सीलिंग और हाउस टैक्स के मुद्दे को लेकर जबरदस्त बहस चल रही थी. जिसपर मुकेश गोयल ने कमिश्नर से जवाब मांगा तो वर्षा जोशी भड़क गईं. जिसके बाद स्थाई समिति के अध्यक्ष जयप्रकाश ने हालात संभालते हुए सत्र को आगे बढ़ाया.
'जनता की समस्याओं को उठाना जिम्मेदारी'
ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान मुकेश गोयल ने बताया कि सत्र में इस तरह की बहस होती रहती है. उन्हें जनता ने चुन कर भेजा है. उनकी जिम्मेदारी है जनता की समस्याओं को ना सिर्फ सत्र में उठाना, बल्कि समस्याओं के समाधान के लिए कमिश्नर और अधिकारियों से जवाब मांगना.
कांग्रेस नेता मुकेश गोयल ने ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान निगम की प्रशासनिक व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए कहा कि पूरे उत्तर भारत में कड़ाके की सर्दी पड़ रही है. ऐसे में अभी तक निगम के स्कूल में पढ़ रहे बच्चों को उनकी वर्दी नहीं मिली, जो बेहद शर्मनाक है. सवाल पूछने पर पता लगा है कि अगले हफ्ते तक सभी बच्चों के अकाउंट में 1100 रुपए दे दिए जाएंगे जो कि गलत है.
निगम की स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों को समय पर उनकी वर्दी निगम की तरफ से मिल जानी चाहिए थी. लेकिन उसकी जगह पैसे दिए जा रहे हैं वो भी तब जब सर्दियों का आधे से ज्यादा सीजन निकल चुका है. जो दर्शाता है कि निगम की प्रशासनिक व्यवस्था कितनी खराब है. साथ ही उन्होंने कहा निगम की खराब प्रशासनिक व्यवस्था की वजह से निगम की छवि लगातार जनता के बीच में खराब हो रही है.