नई दिल्ली: राजधानी में आगामी फरवरी में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. लेकिन उससे पहले 12 सितंबर को डीयू के छात्रसंघ चुनाव होने जा रहे हैं. इसको लेकर एबीवीपी, आइसा और एनएसयूआई की तैयारियां तो हो रही हैं, लेकिन एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी लगातार जारी है.
इसी बीच एबीवीपी ने एनएसयूआई के बारे में कहा कि छात्रसंघ चुनाव में एनएसयूआई कहीं पर भी हमारे सामने खड़ी होती नहीं दिखाई देती. इस बाबत ईटीवी ने एनएसयूआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीरज कुंदन से बातचीत की.
'एबीवीपी और आइसा एक ही सिक्के के दो पहलू'
राष्ट्रीय अध्यक्ष नीरज कुंदन ने कहा कि एबीवीपी और आइसा एक ही सिक्के के दो पहलू हैं. वो सिर्फ स्टूडेंट के बीच झूठे आरोप लगाकर आगे बढ़ने वालों में से हैं. इसलिए आगामी 12 सितंबर को होने वाले चुनाव में ये सब दिख जाएगा कि कौन कितने पानी में है.
दोनों पार्टियों को लेकर उन्होंने कहा कि दोनों ही पार्टी उग्र है और वो स्टूडेंट के मुद्दों के बजाए अपना प्रभुत्व कायम करने की कोशिश करती हैं. उनका कहना है कि वो भले ही एनएसयूआई को चुनावी रण में नहीं मान रहे हो, लेकिन हम यह मानते हैं कि वक्त ये बताएगा कि कौन किस पर भारी है.
'झूठ पर खड़ी है एबीवीपी'
नीरज कुंदन ने कहा कि पिछले साल हुए छात्रसंघ के चुनाव में जिस तरीके से एबीवीपी के अध्यक्ष की फर्जी डिग्री का मामला सामने आया. उससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि एबीवीपी सिर्फ और सिर्फ झूठ पर खड़ी होती है.
इसलिए उनका मानना है एबीवीपी या आइसा भले ही कुछ कहे. लेकिन एनएसयूआई पूरी तैयारी कर चुकी है और इस बार होने वाले चुनावों में एनएसयूआई झंडा बुलंद करेगी.