नई दिल्ली: राजधानी में कोरोना के मामले लगातार बढ़ते ही जा रहे हैं. वहीं अब धीरे-धीरे उत्तरी दिल्ली नगर निगम(NMCD) के कर्मचारी भी कोरोना की चपेट में आ रहे हैं. अब इस कड़ी में निगम की आशा वर्कर का भी नाम जुड़ गया है. इसको लेकर ईटीवी भारत की टीम ने नॉर्थ दिल्ली नगर निगम की स्थाई समिति के उपाध्यक्ष विपिन मल्होत्रा से बातचीत की.
लगातार लोगों की सेवा में लगे निगम कर्मचारी
विपिन मल्होत्रा ने कहा कि निगम कर्मचारी लगातार जमीनी स्तर पर उतरकर जनता के लिए काम कर रहे हैं. निगम कर्मचारी लगातार जनता की सेवा में लगे हुए हैं. आप किसी को देखकर यह नहीं बता सकते कि वह कोरोना पॉजिटिव है या नहीं हैं. ऐसे में निगम कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव लोगों के संपर्क में आ रहे हैं, जिसकी वजह से कर्मचारी लगातार कोरोना का शिकार बन रहे हैं.
उपाध्यक्ष विपिन मल्होत्रा ने आगे बातचीत के दौरान कहा कि निगम इन दिनों आर्थिक बदहाली के दौर से गुजर रही है. जिसकी वजह से वह अपने कर्मचारियों को वेतन नहीं दे पा रही है. दिल्ली सरकार ने भी निगम का फंड रोक कर रखा हुआ है. जिसकी वजह से निगम की आर्थिक स्थिति अब ज्यादा खराब हो चुकी है. ऐसे में जल्द ही निगम केंद्र सरकार के पास मदद की गुहार लगा सकती है.
आर्थिक बदहाली में निगम
देखा जाए तो उत्तरी दिल्ली नगर निगम के स्थाई समिति के उपाध्यक्ष विपिन मल्होत्रा ने ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान स्पष्ट तौर पर कहा कि निगम इन दिनों आर्थिक बदहाली के दौर से गुजर रही है. जिसकी वजह से निगम अपने कर्मचारियों को वेतन देने में असमर्थ है. दिल्ली सरकार लगातार निगम के साथ भेदभाव पूर्ण राजनीति के तहत निगम के हिस्से का फंड रोक कर बैठी है, जो गलत है. निगम कर्मचारियों को दिल्ली सरकार के द्वारा अभी तक कोरोना वारियर्स की श्रेणी में शामिल ना किया जाना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है.