नई दिल्ली: उत्तरी दिल्ली नगर निगम भारी बारिश से निपटने के लिए तैयार है. निगम ने कुल 382 किलोमीटर नालों की सफाई की. निगम के नालों से 4.5 लाख मैट्रिक टन कूड़ा निकाला गया है. निगम का कहना है कि जलभराव की समस्या से निपटने के लिए पर्याप्त मात्रा में पंप मौजूद हैं.
जलभराव से निपटने को तैयार
राजधानी दिल्ली में मानसून आ गया है. ऐसे में सबसे बड़ा सवाल ये उठता है कि उत्तरी दिल्ली नगर निगम कितना तैयार है. इसी पर ईटीवी भारत की टीम ने स्टैंडिंग कमेटी के चेयरमैन जयप्रकाश से बात की तो उन्होंने बताया कि उत्तरी दिल्ली नगर निगम ने अपने क्षेत्र में 382 किलोमीटर तक के नालों की सफाई कर दी है.
जिसमें से 4.5 लाख मैट्रिक टन कूड़ा निकाल लिया गया है. जोकि हमारे लक्ष्य से भी ज्यादा था. साथ ही हमने सभी चिन्हित इलाकों में वाटर पंप लगवा दिए हैं. ताकि जहां भी जलभराव की समस्या हो और भारी बरसात के समय वहां जलभराव ना हो. साथ ही जल्द से जल्द पानी को वहां से हटाया जा सके.
जयप्रकाश ने कहा कि हमने मॉनसून के आने से पहले ही सभी नालों की सफाई करवा दी थी और इस बात को सुनिश्चित किया था कि कहीं जलभराव की समस्या ना हो. लेकिन अभी भी जो जलभराव की समस्या सामने आ रही है. वह चिंताजनक है. उसके लिए नगर निगम काम कर रहा है.
'बारिश खत्म होते ही निकलवाते हैं'
जब भी भारी बारिश होती है, निश्चित तौर पर निचले इलाकों में पानी भर जाता है. लेकिन उसे तुरंत निगम के बारिश खत्म होने के बाद ही निकलवाया जाता है. ऐसा नहीं है कि बारिश खत्म होने के बाद तक इलाके में पानी भरा रहता है. बारिश बंद होते ही पानी को इलाके से निकाला जा रहा है.
स्टैंडिंग कमिटी के चेयरमैन जयप्रकाश ने बातचीत के दौरान कहा की उत्तरी दिल्ली नगर निगम मॉनसून के दौरान जो भी सावधानी रखनी चाहिए वह रख रहा है.
ब्लॉक ड्रेनेज को खोला जा रहा है. जलभराव की समस्या से निपटने के लिए पर्याप्त वॉटर पंप मौजूद हैं. उनका इस्तेमाल भी किया जा रहा है. मैं आपको आश्वासन देता हूं कि पिछले साल की तरह इस बार राजधानी दिल्ली के हालात नहीं होंगे.