नई दिल्ली: इस साल राजधानी दिल्ली में डीडीएमए ने कुछ शर्तों के साथ रामलीला (Delhi Ramlila) के मंचन की अनुमति दी है. आपको बता दें कि पिछले साल कोविड के कारण रामलीला का मंचन (Ramlila staged) नहीं हो सका था, लेकिन इस साल कुछ शर्तों के साथ रामलीला के मंचन की अनुमति दी गई है. जिसके तहत इस बार मंचन स्थल पर न तो फूड स्टॉल या झूले और न ही मेले की अनुमति होगी. इसके साथ ही गाइडलाइंस का पालन करना भी जरूरी होगा, जिसमें सैनिटाइजेशन, सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क पहनना जरूरी है. इस बीच दिल्ली की सबसे चर्चित लव-कुश रामलीला कमेटी (Luv-Kush Ramlila Committee) में गाइडलाइंस का पालन करते हुए लीला के मंचन की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. लीला में शामिल होने वाले कलाकारों से लेकर स्टाफ और संरक्षकों तक को कोरोना की वैक्सीन लग चुकी है. इस बार लव-कुश रामलीला पहले से ज्यादा भव्य होगी और इसका सीधा प्रसारण इस बार सोशल मीडिया के साथ-साथ कुछ निजी चैनलों पर भी किया जाएगा. साथ ही इस बार लीला के मंचन के लिए 190 फीट लंबा मंच तैयार किया गया है, जिसमें 70 फीट लंबी एलईडी स्क्रीन भी लगाई गई है.
लव-कुश रामलीला समिति (Luv-Kush Ramlila Committee) के संरक्षक संजय मित्तल ने बातचीत के दौरान बताया कि इस बार भगवान राम की कृपा से एक साल के अंतराल के बाद राजधानी में एक बार फिर लीला का मंचन होने जा रहा है. लीला के मंचन और डीडीएमए द्वारा दिए गए दिशा-निर्देशों को लेकर हम सभी बहुत उत्साहित हैं, जिसका भली-भांति पालन किया जाएगा. दिल्ली की सबसे बड़ी रामलीलाओं में से एक लव-कुश रामलीला कमेटी का इस बार सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर सीधा प्रसारण किया जाएगा, जो पिछली बार भी की गई थी. साथ ही इस बार कई निजी चैनल लव-कुश रामलीला का सीधा प्रसारण करेंगे. विदेशों में भी रामलीला का लाइव प्रसारण किया जाएगा. बता दें कि लव कुश रामलीला कमेटी दिल्ली की सबसे बड़ी और विशाल रामलीला में से एक है. मायानगरी मुंबई से हर वर्ष कलाकार इस रामलीला में किरदार निभाने के लिए आते हैं. प्रभु श्री राम, लक्ष्मण, माता सीता और रामलीला के अन्य किरदारों को ध्यान में रखते हुए इस बार विशेष तौर पर ड्रेस का निर्माण मुंबई और अन्य शहरों में करवाया गया जाता है.
वहीं इस बार रामलीला के मंचन को और भी भव्य और पहले से कई गुना बेहतर बनाने के लिए मंच तैयार किया गया है. इस बार रामलीला मंचन के लिए 190 फुट लंबे मंच को सजाया गया है. साथ ही साथ 70 फुट लंबी एलईडी स्क्रीन लगाई गई है. लीला मंचन स्थल पर नियमों का समुचित रूप से पालन करने को देखते हुए स्वयंसेवकों की नियुक्ति की जाएगी और लव कुश रामलीला समिति के संरक्षक एवं सदस्य भी कड़ी निगरानी रखेंगे. लीला स्थल पर प्रवेश के समय न केवल व्यक्ति को सैनिटाइज किया जाएगा, बल्कि उसका तापमान जांचने के साथ ही उसे मास्क भी दिया जाएगा. साथ ही इस बार रामलीला के लिए सीमित संख्या में पास बनाए जाएंगे और सीमित लोगों को ही प्रवेश दिया जाएगा. कोविड-19 प्रोटोकॉल (Covid-19 Protocol) के नियमों को ध्यान में रखते हुए मंच पर सीटों के बीच दो गज की दूरी रखी गई है. पिछली बार के मुकाबले इस बार लीला मंचन काफी अलग होगा. लाल किला मैदान में इस साल होने वाली रामलीला के दौरान 30 से 40 फीसदी जनता ही बैठकर रामलीला देख सकेगी. वहीं, लव कुश रामलीला समिति की ओर से बाकी सभी से भगवान श्रीराम की लीला ऑनलाइन और टीवी के जरिए देखने की अपील की गई है.
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संजय मित्तल ने आगे बातचीत के दौरान बताया कि इस बार की लव-कुश रामलीला कमेटी में पहले के मुकाबले कई गुना ज्यादा बेहतर ग्राफिक्स और टेक्नोलॉजी का प्रयोग किया जाएगा. इस बार रावण, कुंभकरण, मेघनाथ के पुतलों का कद भी घटा दिया गया है. रावण का कद 35 फुट कुंभकरण 30 फुट और मेघनाथ के पुतले का कद 25 फुट ही होगा. भगवान श्री राम की लीला के मंचन को देखते हुए इस बार लव कुश रामलीला समिति द्वारा 40 गीत सरल भाषा में तैयार किए गए हैं जो बच्चों से लेकर बड़ों तक सभी को आसानी से समझ में आ जाएंगे.
आसान शब्दों में कहें तो इस बार की लव-कुश रामलीला समिति की रामलीला जो पिछले एक साल के अंतराल के बाद होने जा रही है. इस बार काफी ज्यादा हाईटेक होने जा रही है. रामलीला के मंचन के दौरान अत्याधुनिक ग्राफिक्स के साथ-साथ तकनीक का भी प्रयोग किया जाएगा. साथ ही इस बार डीडीएमए द्वारा जो गाइडलाइंस जारी की गई है. उसका भी पूरा पालन किया जाएगा, चाहे वह पुतलों की हाइट को लेकर हो या फिर लीला मंचन के दौरान पटाखों के प्रयोग को लेकर.