नई दिल्ली: दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने शनिवार को नजफगढ़ ड्रेन का निरीक्षण किया. उनके साथ एनजीटी के चेयरमैन भी थे. सुबह भारत नगर स्थित ड्रेन के हिस्से पर पहुंचे थे और वहां वोट पर सवार होकर अधिकारियों के साथ तिमारपुर की तरफ रवाना हुए. इस दौरान उन्होंने ड्रेन की सफाई कार्य का जायजा लिया. उन्होंने कहा कि ड्रेन की सफाई को लेकर एनजीटी के दिशा निर्देशों का पालन किया जा रहा है और आगे भी जो एनजीटी के निर्देशों का पालन किया जाएगा. नजफगढ़ ड्रेन पहले साहिबी नदी कहलाती थी, उनका मकसद है यह नदी अपने पुराने स्वरूप को फिर से प्राप्त कर पाए और इसे एक सुंदर नदी के रूप में जाना जाए.
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दिल्ली के 122 नाले नालियों का पानी इस ड्रेन के माध्यम से यमुना में जाकर मिलता है. खासकर भारत नगर और तिमारपुर के बीच कई नालियों का पानी गिरने से यह ड्रेन प्रदूषित हो गया हो गया और इसका असर यमुना में भी दिखाई दे रहा था. ऐसे में यमुना की स्वच्छता के लिए इस ड्रेन की सफाई के काम चरणबद्ध तरीके से किया जा रहा है. पहले चरण में भारत नगर से तिमारपुर के बीच ड्रेन की डिसिल्टिंग का काम किया गया. अब इस ड्रेन में मालवाहक नौका चलाने की योजना है. भविष्य में इस योजना को और विस्तार देने की बात भी है. यदि ऐसा संभव होता है तो मालवाहक नौका के साथ-साथ इस जगह को पर्यटक स्थल के रूप में भी विकसित किया जा सकता है जिससे यह आमदनी का एक जरिया भी होगा.
नजफगढ़ ड्रेन यमुना में मिलकर यमुना को प्रदूषित कर रहा है. यमुना को स्वच्छ बनाने की यह एक पहल है. अगर नजफगढ़ ड्रेन का गंदा और बदबूदार पानी यमुना में मिलना बंद होता है तो यमुना काफी हद तक साफ हो सकेगी.
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