नई दिल्ली: भलस्वा लैंडफिल साइट को हटाने का काम शुरू हो गया है. 15 मशीनों के जरिए भलस्वा लैंडफिल साइट में कूड़े के पहाड़ से कूड़े को तीन हिस्सों में अलग-अलग किया जाएगा. ईटीवी भारत लगातार इस साइट की वजह से लोगों को हो रही परेशानी की खबरें प्रमुखता से दिखाता आया है. ईटीवी भारत की खबर का बड़ा असर हुआ है.
ईटीवी भारत ने कई बार भलस्वा लैंडफिल साइट की खबर प्राथमिकता से चलाई थी. आखिरकार कूड़े के ढेर को यहां से हटाकर जगह को साफ बनाने का काम शुरू हो गया है. दावा है कि प्रदूषण का केंद्र बना भलस्वा लैंडफिल साइट 2 साल के अंदर खत्म हो जाएगा.
कूड़े को हटाने के लिए अभियान शुरू
उत्तरी दिल्ली के भलस्वा लैंडफिल साइट को हटाने के लिए कई सालों से जद्दोजहद की जा रही है. ये कूड़े का पहाड़ यहां के लोगों के लिए पिछले कई सालों से बीमारी और समस्या का केंद्र बना हुआ है. इसी लैंडफिल साइट की वजह से 10 से 15 किलोमीटर का एरिया प्रदूषित हो रहा है. आसपास रहने वाले लोग बीमार हो रहे हैं. कई बार इस कूड़े के ढेर को यहां से हटाने के लिए अभियान शुरू हुआ, लेकिन वो अधूरा रह गया.
साइट पर लगाई गई 15 मशीनें
ईटीवी भारत ने भलस्वा कूड़े के कारण हो रहे प्रदूषण पर प्रशासनिक अधिकारियों से कई बार सवाल किया, लोगों की समस्या को प्रमुखता से दिखाया जिसके बाद अधिकारियों ने सख्ती से काम शुरू किया है.
कैसे अलग होगा कूड़ा?
ये मशीनें कूड़े को तीन हिस्सों में अलग करेंगी. जिसमें पॉलीथीन, मिट्टी और पत्थर अलग निकाले जाएंगे. इन तीनों को इनकी उपयोगिता के हिसाब से अलग-अलग जगहों पर भेज दिया जाएगा. ये अनुमान लगाया जा रहा है कि 2 साल के अंदर कूड़े का पहाड़ यहां से पूरे तरीके से खत्म हो जाएगा.
स्थानीय लोगों के लिए बड़ा तोहफा
ये स्थानीय लोगों के लिए किसी दिवाली के तोहफे से कम नहीं है. स्थानीय निगम पार्षद विजय भगत ने कूड़े को हटाने के लिए जमीनी तौर पर काम किया और उनका कहना है कि जब से वो निगम पार्षद बने थे इनकी प्राथमिकता थी कि इस कूड़े के ढेर को यहां से हटाया जाए, क्योंकि ये इस इलाके के लोगों के लिए सबसे बड़ी समस्या बना हुआ था.
बनाया जा सकता है पार्क
ये राहत की बात है कि दिल्ली में एंट्री करते ही लोगों के लिए शर्मिंदगी का कारण बना भलस्वा कूड़े का ढेर अब हटाया जा रहा है. योजना ये है कि यहां पर इस कूड़े के ढेर को हटाने के बाद एक सुंदर पार्क भी बनाया जाएगा. जिससे स्थानीय लोगों को काफी राहत मिलेगी.