नई दिल्ली/नोएडा: गौतम बुध नगर जनपद राष्ट्रीय राजधानी से सटा हुआ है और नोएडा को एक हाइटेक सिटी भी कहा जाता है, पर इस हाईटेक सिटी में कुछ चीजें ऐसी भी हैं जो दुर्घटनाओं को दावत देने का काम कर रही हैं और संबंधित विभाग के अधिकारी कर्मचारी आँख खोले मूकदर्शक बने हुए हैं. इसका जीता जागता उदाहरण नोएडा में चलने वाले ई रिक्शा हैं. जो बिना मानक के धड़ल्ले से सड़कों पर दौड़ रहे हैं.
संबंधित अधिकारियों के संज्ञान में होने के बावजूद भी इन पर कोई लगाम लगाने वाला नहीं है. ई रिक्शा चलाने वालों का जो मानक तय किया गया है, उसे कोई भी पूरा करता नहीं दिख रहा है. ज्यादातर ई रिक्शा बिना नंबर प्लेट के चल रहे हैं. वहीं उसे (E rickshaw driver arbitrary in Noida) चलाने वाले के पास कोई लाइसेंस नहीं है, जबकि दोनों होना अनिवार्य है, पर इस संबंध में ना ही ट्रैफिक विभाग ध्यान दे रहा है और ना ही आरटीओ विभाग. दोनों ही किसी बड़े हादसे का इंतजार करने में लगे हुए हैं.
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ई-रिक्शा के मानक और रजिस्ट्रेशन के संबंध में ज्यादा जानकारी देते हुए ईटीवी भारत से एआरटीओ विभाग के प्रवर्तन अधिकारी दीपक शाह ने बताया कि गौतम बुध नगर जनपद में 8509 ई-रिक्शा रजिस्टर्ड हैं. वहीं ई रिक्शा चलाने वाले चालक के पास ड्राइविंग लाइसेंस होना अनिवार्य है, साथ ही सभी ई रिक्शा का रजिस्ट्रेशन होना भी अनिवार्य है, बिना रजिस्ट्रेशन के सड़क पर ई रिक्शा चलाना गैरकानूनी है और उसके खिलाफ कार्रवाई भी की जा रही है. हालांकि उन्होंने यह नहीं बताया कि जनपद में सड़कों पर कितने अवैध तरीके से ई रिक्शा क्यों चल रहे हैं.
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