नई दिल्ली: DUSU छात्र संघ चुनाव के नतीजे घोषित किए जा चुके हैं, जिसमे अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और संयुक्त सचिव पद पर एबीवीपी ने बाजी मारी है. वहीं सचिव का पद एनएसयूआई की झोली में आया. लेकिन इस परिणाम के साथ ही एक और तस्वीर सामने आई वो ये है कि इस चुनाव में एक बड़ी संख्या नोटा का बटन दबाने वाले छात्रों की भी रही. जो वाकई हैरान कर देने वाला है.
इस चुनाव में एक बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं ने नोटा का बटन दबाकर ये बता दिया कि जो उम्मीदवार मैदान में रहे उनसे वो सहमत नहीं थे.
बता दें अध्यक्ष पद के लिए हुए मतदान में 5495 छात्रों ने नोटा का बटन दबाया. वहीं उपाध्यक्ष पद के लिए यह संख्या 7879 रही. सचिव और संयुक्त सचिव के लिए ये संख्या 6507 और 7695 रही.
ये आंकड़े बताते हैं कि दिल्ली विश्वविद्यालय के 52 कॉलेजों के ज्यादातर छात्रों को ना तो एबीवीपी का पैनल पसंद आया और ना ही एनएसयूआई और आइसा के उम्मीदवार उनकी उम्मीदों पर खरा उतरते दिखे. जिस कारण भारी संख्या में छात्रों ने नोटा का बटन दबाया.
दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव के लिए आज घोषित परिणाम के बाद अध्यक्ष पद पर अक्षित दहिया, उपाध्यक्ष पद पर प्रदीप तंवर और संयुक्त सचिव पद पर शिवांगी खारवाल ने जीत दर्ज की. वहीं एनएसयूआई के आशीष लांबा ने सचिव पद पर जीत हासिल की.