नई दिल्ली: मुंबई के नायर अस्पताल की डॉक्टर पायल तड़वी की आत्महत्या का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. पूरे मामले को लेकर दिल्ली विश्वविद्यालय में 'यूथ फ़ॉर सोशल जस्टिस' के बैनर तले प्रदर्शन किया गया.
प्रदर्शन में विश्वविद्यालय के शिक्षकों, जेएनयू के छात्रों और विभिन्न सामाजिक संगठनों ने भाग लिया. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने कैंडल मार्च निकालकर तड़वी को श्रद्धांजलि दी और दोषियों को सख्त से सख्त सजा देने की मांग की.
'लगातार बढ़ रही है जातीय हिंसा'
वहीं प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए 'आइसा' की कार्यकर्ता कंवलप्रीत ने कहा कि जब से बीजेपी दोबारा जीत कर आई है, तब से जातीय हिंसा में इजाफा हो गया है. साथ ही जातीय भेदभाव लगातार बढ़ता जा रहे हैं.
इसी जातीय भेदभाव के कारण कई लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ रही है.
'जातीय प्रथा हटाने को लेकर हमारा संघर्ष'
कंवलप्रीत ने कहा कि हमारा संघर्ष तब तक जारी रहेगा जब तक समाज से जातीय प्रथा खत्म नहीं होती. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि सबको साथ लेकर चलना है लेकिन हकीकत कुछ और है.
जब से बीजेपी फिर से चुन कर आई है तब से आज तक अल्पसंख्यकों को ही प्रताड़ित किया जा रहा है. देश में जो घटनाएं हो रही हैं उसको लेकर कब तक चुप बैठेंगे. उन्होंने कहा कि हम लोग तब तक तक चुप नहीं बैठेंगे जब तक जात पात को खत्म नहीं कर दिया जाता.