नई दिल्ली : उत्तरी बाहरी जिला में गैंगवार की वारदातों को लगाम लगाने के लिए डीसीपी विजेंद्र कुमार यादव के दिशा निर्देश पर स्पेशल स्टाफ की एक टीम का गठन किया गया. इसमें कॉन्स्टेबल दीपांशु को एक गुप्त सूचना मिली कि पैरोल पर बाहर आया हुआ नीरज बवानिया गिरोह का एक कुख्यात बदमाश राहुल जोकि 2016 में दिल्ली पुलिस के एक सिपाही की हत्या मामले में भी शामिल है. इसी मामले के चश्मदीद गवाह को खत्म करने की कोशिश कर रहा है.
गुप्त सूचना के आधार पर बवाना सेक्टर- 5 इलाके में पुलिस ने जाल बिछाया. आरोपी को आते हुए देखते ही पुलिस ने रोकने का इशारा किया. लेकिन पुलिस को देखते ही आरोपी ने पुलिस पर ही गोलियां चला दी. बदमाश ने पुलिस पर 6 राउंड गोलियां चलाई पुलिस की तरफ से भी छह राउंड गोलियां चलाई गई. इस दौरान एक गोली आरोपी के दाहिने पैर में लगी. इसके बाद पुलिस ने आरोपी को पकड़ लिया. पकड़ में आए बदमाश का नाम राहुल उर्फ पांडा है. उसके पास से बरामद मोटसाइकिल भी चोरी की निकली.
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राहुल उर्फ पांडा नाम का यह बदमाश नीरज बवानिया गैंग का सदस्य है और 2016 में शाहबाद डेयरी इलाके में दिल्ली पुलिस के कॉन्स्टेबल की हत्या मामले में भी यह शामिल रहता है. इसके अलावा भी राहुल उर्फ पांडा चार अन्य मामलों में भी शामिल रहा है. पुलिस को खबर मिली थी कि पैरोल पर बाहर आने के बाद राहुल कत्ल के मामले में चश्मदीद गवाह की हत्या करने की साजिश रच रहा था. फिलहाल पुलिस लगातार आरोपी से पूछताछ में जुटी हुई है.