नई दिल्ली: दिल्ली कंझावला केस में नई जानकारी सामने आई है. अब इस मामले की जांच नेशनल फॉरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी की 5 सदस्यीय टीम की तरफ से की जाएगी. यह टीम गुरुवार को सुल्तानपुरी पहुंचकर फॉरेंसिक एविडेंस इकट्ठा करेगी. जिले के डीसीपी हरेंद्र कुमार सिंह की रिक्वेस्ट पर गुजरात के गांधीनगर स्थित एनएफएसयू की टीम फॉरेंसिक जांच कर रही है. कार के नीचे के हिस्से को सही तरह से जांच करने के लिए क्रेन को बुलाया गया है. क्रेन के ज़रिए कार को ऊपर उठाया गया, जिसके बाद एक्सपर्ट की टीम कार के उस हिस्से की जांच कर रही जहां अंजलि फंसी थी.
इस मामले में दिल्ली पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े हो रहे थे. इसको देखते हुए अब दिल्ली पुलिस किसी भी तरह से कोताही बरतने के मूड में दिखाई नहीं दे रही है. इसी कड़ी में डीसीपी हरेंद्र कुमार सिंह की रिक्वेस्ट पर गुजरात के गांधीनगर से नेशनल फॉरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी के पांच एक्सपर्ट की टीम गुरुवार को सुल्तानपुरी थाने पहुंची. जहां अंजलि की मौत मामले से जुड़े कई फॉरेंसिक एविडेंस उन्होंने इकट्ठा किए और सैंपल लिए गए.
ये भी पढ़ें : दिल्ली सरकार से मिले नोटिस पर भड़के सिसोदिया, बोले- अधिकारियों पर दवाब देकर भिजवाया जा रहा नोटिस
अब इन सैंपल की रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है. क्योंकि इस मामले में फॉरेंसिक एविडेंस अपने आप में अहम भूमिका अदा करेंगे. इस मामले में आरोपियों के बयान और अंजलि की दोस्त निधि से भी पुलिस ने कई बार अलग-अलग तरीके से पूछताछ की, लेकिन उसके बयानों में विरोधाभाष दिखाई दिया. अब इस पूरे मामले की सच्चाई को सामने लाने के लिए फॉरेंसिक एविडेंस का सहारा लेना पुलिस के लिए बेहद जरूरी हो चुका था. यही वजह है कि दिल्ली पुलिस के डीसीपी हरेंद्र कुमार के रिक्वेस्ट पर गुजरात के गांधीनगर से नेशनल फॉरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी के 5 एक्सपर्ट की टीम सुल्तानपुरी थाना पहुंची और कई सबूतों को इकट्ठा करने के लिए सैंपल लिए.
अब देखना होगा कि जो सैंपल गुजरात के गांधीनगर से आए फॉरेंसिक एक्सपर्ट ने लिए हैं. इस रिपोर्ट में क्या कुछ निकल कर सामने आता है. रिपोर्ट आने के बाद ही साफ हो पाएगा. फिलहाल इसको बहुतद जरूरी सबूत माना जा रहा है.
ये भी पढ़ें : हिंदू महिला की हत्या कर शव को कब्रिस्तान में किया दफन, तीन गिरफ्तार