नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में दिल्ली सरकार की तरफ से वितरित किए जा रहे राशन के लिए लोगों को कई कई घंटों तक लाइन में लगना पड़ता है. इसके बावजूद लोगों को राशन नहीं मिल पा रहा है.
जहांगीरपुरी इलाके के लोगों का आरोप है कि महज 10 मिनट के लिए गेट खोलते हैं और 10 से 15 लोगों को गेट के अंदर लेकर गेट बंद कर दिया जाता है. उसके बाद जो लोग बाहर होते हैं, उन्हें राशन नहीं मिलता.
बढ़ रही महंगाई
महिलाएं सुबह 6:00 बजे से अपने घर का कामकाज छोड़ कर राशन लेने आती है. महंगाई इतनी ज्यादा है कि अब लोग बाजार से राशन नहीं खरीद पा रहे और खास तौर पर आर्थिक दिक्कतों से जूझ रहे गरीब जरूरतमंद लोग दिल्ली सरकार द्वारा राशन दिए जाने को लेकर ही निर्भर हैं.
यहीं वजह है कि उम्मीदें लगाकर अपने घर का कामकाज छोड़कर गर्मी में कई-कई घंटे महिलाएं लाइन में लगती हैं, लेकिन कई महिलाएं तो ऐसी भी हैं, जो 3 से 4 दिन से लगातार आ रही हैं और बेरंग खाली हाथ उन्हें वापस लौटना पड़ रहा है.
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दरअसल दिल्ली सरकार ने स्कूलों में राशन वितरण शुरू किया है. जिसको लेकर दिल्ली सरकार दावा करती है कि कोविड-19 के चलते लॉकडाउन हुआ और लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. उसके लिए सरकार की तरफ से निशुल्क राशन वितरण किया जा रहा है, लेकिन अब इसमें भी कहीं ना कहीं गड़बड़ी दिखाई दे रही है.
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वहीं दूसरी ओर लोग महंगाई और बेरोजगारी की मार झेल रहे हैं. महंगाई भी बढ़ती जा रही है और बेरोजगारी भी बढ़ती जा रही है. इसकी वजह से लोगों की दिक्कतें भी बढ़ रही हैं. सरकार भले ही इन दिक्कतों को दूर करने के दावे कर रही हो, लेकिन जमीनी हकीकत पर सभी दावे खोखले नजर आ रहे हैं.
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सरकार की तरफ से जरूरतमंद लोगों के लिए एक स्कीम निकाली गई, लेकिन जिन लोगों की जिम्मेदारी राशन बांटने की है, वह लोग इस स्कीम पर बट्टा लगा रहे हैं. ऐसे में जरूरत है कि समय समय पर उच्च अधिकारियों द्वारा उन जगहों पर निरीक्षण किया जाए, जहां पर राशन बांटा जा रहा है.