नई दिल्ली : राजधानी दिल्ली के बवाना स्थित राजीव रतन आवास योजना में हादसे की जगह पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष अनिल चौधरी पहुंचे. यहां पहुंचकर उन्होंने गिरे हुए आवास का जायजा लिया. इन फ्लैट को 2008 में तैयार किया गया था, उसके बाद से अभी तक फ्लैट अलॉट नहीं हुए थे.
दिल्ली के बवाना इलाके में राजीव रतन आवास योजना के तहत पिछले दिनों फ्लैट्स गिरे थे. उस हादसे में चार लोगों की दर्दनाक मौत हो गई और दो लोग गंभीर रूप से घायल हुए थे. राजीव आवास योजना के फ्लैट कांग्रेस के कार्यकाल में बनकर तैयार हुए थे जिनको अब तक आवंटित नहीं किया गया था.
ये फ्लैट्स रखरखाव के अभाव की वजह से जर्जर हो चुके थे. आज हादसे की जगह पर मौके का जायजा लेने के लिए कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अनिल चौधरी अपने कई कार्यकर्ताओं के साथ पहुंचे. जिन्होंने इस हादसे के लिए सीधे तौर पर दिल्ली सरकार को जिम्मेदार ठहराया.
ये भी पढ़ें- Rajeev Ratan Awas Yojana : 46 हजार गरीबों को दिए जा सकते थे मकान, नहीं दिए गए, केजरीवाल दें जवाब - अनिल चौधरी
उनका कहना है कि फ्लैट्स तैयार थे लोगों के टैक्स के पैसों से इन फ्लैटों को बनाया गया था, लेकिन समय रहते इन्हें उन लोगों को आवंटित नहीं किया गया, जो इसके हकदार थे. ये फ्लैट्स गरीबों को आवंटित होने थे, लेकिन उन लोगों को नहीं दिए और ना ही दिल्ली सरकार की तरफ से रखरखाव किया जा रहा था. यहां से आसपास के अपराधिक तत्व दीवारों को तोड़कर चोरी करने का भी काम कर रहे थे. जर्जर हो चुके थे. बिल्कुल भी रखरखाव नहीं हुआ और दिल्ली सरकार ने बड़ी लापरवाही की.
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने ऐसे कई सवाल खड़े किए कि जो मौत हुई है उसके लिए जिम्मेदार कौन है. यहां लगातार चोरी हो रही है तो जिम्मेदार कौन है. अभी भी कई फ्लैट्स पर हादसों की तलवार लटक रही है तो जिम्मेदार कौन होगा. ऐसे कई सवाल हैं जिसका जवाब पूरी जांच के बाद ही साफ हो पाएगा. लेकिन यह तो साफ है कि रखरखाव के अभाव के चलते इतना बड़ा हादसा हुआ और अभी भी हजारों की संख्या में फ्लैट किसी भी वक्त हादसे के शिकार हो सकते हैं जिस पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है.