नई दिल्लीः यूनाइटेड रेजिडेंट्स ऑफ दिल्ली को विभिन्न इलाकों से बिजली बिलों के विषय में शिकायतें मिल रही हैं. दिल्ली के उर्जा मंत्री सत्येंद्र जैन को पत्र लिख कर आरोप लगाया जा रहा है कि पिछले चार महीनों से बिजली कंपनियों द्वारा लॉकडाऊन में बिना मीटर रीडिंग के ऐवरेज बिल बना कर भेजा जा रहा है.
आरडब्ल्यूए संगठन यूनाइटेड रेसिडेंट्स ऑफ दिल्ली द्वारा मिल रहे बिजली बिलों के डाटा और शिकायतों से यह साफ हो रहा है कि कुछ ना कुछ गड़बड़ जरूर हो रहा है. लॉकडाउन में सभी दुकानें, फैक्ट्रियों के बंद होने के बावजूद भी फिक्स चार्ज के नाम पर पैसे लिए जा रहे हैं.
वहीं इस महीने भेजे गए बिलों में भी फरवरी से जून तक के बिलों को ऐवरेज बना कर भेज दिया गया है. सिर्फ खपत दिखा कर लोगों को मैसेज किए जा रहे हैं और भुगतान नहीं करने पर बिजली काटने के नोटिस तक भेजे जा रहे हैं.
दिल्ली के उर्जा मंत्री सत्येंद्र जैन को लिखे गए एक पत्र में मांग की गई है कि शिकायत पर तुरंत संज्ञान लिया जाए और इन कंपनियों की सालाना 2200 करोड़ की सब्सिडी में 700 करोड़ की सब्सिडी भुगतान पर तुरंत रोक लगाई जाए.