नई दिल्ली: राजधानी में मानसून (delhi monsoon) आने से पहले नगर निगम (mcd) और दिल्ली सरकार (delhi government) का फ्लड विभाग लाख दावे करता है कि नालों की सफाई (cleaning the drains) कर दी जाएगी, लेकिन जैसे ही मानसून आता है, जलभराव की समस्या देखने को मिलती है. इस बार भी नगर निगम और दिल्ली सरकार दावे कर रही है कि उन्होंने मानसून से पहले ही पूरी तैयारी कर ली है. बुराड़ी इलाके के नालों (drains of burari area) का रियलिटी चेक करने के लिए ईटीवी भारत की टीम अलग-अलग जगहों पर पहुंची.
मानसून से निपटने के किए जा रहे हैं दावे
बुराड़ी विधानसभा के भगत कॉलोनी, तोमर कालोनी, वेस्ट कमल विहार, बुराड़ी के अलग-अलग इलाकों में नालियों की साफ-सफाई को जमीनी स्तर पर देखा जाए, तो सफाई नहीं की जा रही है, लेकिन दिल्ली सरकार के बड़े नालों की सफाई का काम जरूर चल रहा है. बता दें कि स्थानीय निवासियों का कहना है कि यहां नालों ओर नालियों की साफ-सफाई सिर्फ सरकारी कागजों में कई जाती है. जमीनी स्तर पर कुछ नही होता और मानसून आते ही बुराड़ी में जलभराव की समस्या से जनता को जूझना पड़ता है.
स्थानीय विधायक संजीव झा (MLA Sanjeev Jha) का दावा है इस बार बुराड़ी में बारिश के चलते जलभराव की समस्या से जनता को परेशान नहीं होना पड़ेगा. जब दिल्ली के बुराड़ी विधानसभा के कई अलग-अलग नालों के निरीक्षण किया, तो पाया गया कि कई नालों की सफाई चल रही है, कई नालों की सफाई की जा चुकी है और कुछ नाले ऐसे भी थे, जो गंदगी के अंबार से भरे पड़े थे. फिलहाल विधायक संजीव झा का कहना है कि मानसून से पहले ही वह सभी नालों को पूरी तरीके से साफ करवा देंगे.
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गंदगी का लगा हुआ है अंबार
वहीं, कालोनियों में बनी हुई छोटी नालियों और नालों की सफाई की जिम्मेदारी नगर निगम की होती है. नगर निगम भी हर साल दावे यही दावे करती है कि मानसून से निपटने की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं. इस बार भी नगर निगम द्वारा कुछ इसी तरीके के दावे किए जा रहे हैं. बुराड़ी विधानसभा के वार्ड नंबर-10, संत नगर की पार्षद कल्पना झा (Councilor Kalpana Jha) द्वारा बताया गया कि जगह-जगह पर नालियों की सफाई का काम चल रहा है. वार्ड नंबर-9 में खास तौर पर गंदगी का अंबार देखा जा रहा है. भगत कॉलोनी, तोमर कॉलोनी सहित कई ऐसी कॉलोनियां हैं, जहां सफाई के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की जा रही है. वहीं, इस मुद्दे पर विधायक और पार्षद के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है.