नई दिल्ली: उत्तरी दिल्ली के शक्ति नगर में रविवार को भाजपा ने आपातकाल के दौर में लोकतंत्र को मजबूत करने वाले लोगों को प्रबुद्ध सम्मान से सम्मानित किया. इस दौरान भाजपा सांसद डॉ. हर्षवर्धन और दिल्ली भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने आपातकाल के दौर को याद किया.
भाजपा सांसद डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि उस वक्त देश की सरकार ने लोकतंत्र को कुचलते हुए पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई व पूर्व उपप्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी जैसे बड़े नेताओं को भी सरकार ने जेल में डाल दिया था. उन्होंने जेल में रहकर भी आंदोलन को आगे बढ़ाया. वहीं, कुछ नेताओं व कार्यकर्ताओं जेल से बाहर रहकर अपनी सक्रिय भूमिका निभाई थी. इसी को ध्यान में रखते हुए भाजपा देश की विभिन्न जगहों से लोकतंत्र सेनानियों को प्रबुद्ध नागरिक सम्मान से सम्मानित कर रही है.
देश में 25 जून 1975 को लगाए गए आपातकाल को लेकर भाजपा नेताओं ने कहा कि आपातकाल लगाकर सरकार ने सभी की स्वतंत्रता का हनन किया गया था. इसके बावजूद युवा नेताओं ने जेल से बाहर रहकर देश के अलग-अलग इलाकों में अपनी सक्रिय भूमिका को आगे बढ़ाया और लोगों को लोकतंत्र के मायनों को समझकर उसे मजबूत करने पर बल दिया. डॉ. हर्षवर्धन ने बताया कि उन्होंने अमेठी से लेकर कानपुर तक कई इलाकों में युवाओं की टीम बनाकर संघ के आदेश पर लोगों को लोकतंत्र के मायनों को समझाया था.
वहीं, दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि देश में आपातकाल के दौर को कोई भी याद नहीं करना चाहेगा. देश के युवाओं को उस दौर को समझना होगा और उससे सीख लेकर आगे बढ़ना होगा. भाजपा उस दौर में काम करने वाले लोकतंत्र सेनानियों को प्रबुद्ध नागरिक सम्मान से सम्मानित कर रही है, क्योंकि इन्हीं लोगों ने ही आपातकाल में लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए काम किया था.