नई दिल्ली: दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा है कि 27 दिसम्बर को दिल्ली भाजपा विरोध प्रदर्शन करने जा रही है. यह प्रदर्शन दिल्ली सरकार के अस्पतालों में निम्न स्तरीय दवाइंया बांटे जाने को लेकर किया जाएगा और इस दौरान दिल्ली सरकार के मंत्री सौरभ भारद्वाज की बर्खास्तगी की मांग की जाएगी.
सचदेवा का कहना है कि दिल्ली सरकार के अस्पतालों में एक तरफ निम्न स्तरीय दवाइंया बांटी जा रही है तो दूसरी तरफ दिल्ली सरकार के अस्पतालों में मेडिकल जांच, अल्ट्रासाउंड एवं एमआरआई तो छोड़िए साधारण एक्स रे तक के लिए लोगों को लंबा इंतजार करना पड़ रहा है. इससे लोग परेशान है .
उन्होंने कहा है कि खुद मंत्री सौरभ भारद्वाज ने गत 3 दिन में अपने विभिन्न बयानों में यह स्वीकार किया है कि जुलाई 2023 से उनके संज्ञान में था. अक्टूबर 2023 से तो पुष्ट जानकारी में थी कि सरकारी अस्पतालों में मेडिकल स्टैंडर्ड से कमजोर दवाएं बांटी जा रही हैं.
ऐसे में सवाल उठता है कि एक मंत्री होने के नाते सौरभ भारद्वाज ने अपने संज्ञान में आने पर तो छोड़िए, अक्टूबर में मामला पुष्ट होने पर भी कोई कार्रवाई नहीं की. अब जब मामला सार्वजनिक हो गया है तो अधिकारियों पर दोषारोपण कर रहे हैं. दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि दिल्ली की जनता समझ रही है कि सरकारी अस्पतालों में नकली दवाओं के वितरण में मंत्री सौरभ भारद्वाज ही नहीं खुद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की भूमिका भी संदिग्ध है.
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बता दें, दिल्ली में कुछ दिन पहले ही सरकारी अस्पतालों में जो दवा दी जा रही थी वो मानकों पर खड़ी नहीं उतरी. इसके बाद इस मामले में उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने सीबीआई जांच के आदेश दे दिए हैं. इस पर लगातार भाजपा आम आदमी पार्टी पर हमलावर है और केजरीवाल सरकार पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगा रही है.
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