नई दिल्ली: सिविल लाइन से भाजपा पार्षद अवतार सिंह को सोमवार को उत्तरी दिल्ली नगर निगम में नया मेयर चुना गया है. उनका नाम मेयर पद के लिए दिया गया एकमात्र नाम था. पद पर बैठकर सिंह ने कहा कि वो रामभक्त हैं और पूरी ईमानदारी के साथ अपना काम करेंगे.
शुक्रवार को वित्तीय वर्ष 2019-20 के निगम सदन की पहली बैठक में मेयर और डिप्टी मेयर समेत स्थाई समिति के तीन सदस्यों के भी चुनाव हुए. यहां सिंह को मेयर पद के साथ-साथ योगेश वर्मा को डिप्टी मेयर पद के लिए चुना गया. इससे अलग, स्थाई समिति के तीन सदस्यों के लिए यहां भाजपा के आदेश कुमार गुप्ता, जय प्रकाश और 'आप' के रविंद्र भारद्वाज को निर्विरोध चुना गया.
'अपना काम पूरी जिम्मेदारी के करूंगा'
अवतार सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि वो बेहद गरीब परिवार से आते हैं और नहीं जानते कि कैसे और क्या बोलना है. हालांकि उन्होंने ये बात कही कि वे पिछले सालों में किए गए बेहतरीन काम को आगे बढ़ाते हुए बेहतर काम करेंगे. यहां उन्होंने साफ किया कि वो स्वच्छ्ता, स्वास्थ्य और पर्यावरण पर विशेष ध्यान देंगे.
उन्होंने कहा कि सफाई कर्मचारियों और रेहड़ी-पटरी वालों की समस्याओं का समाधान निकालने के लिए वो पूरा जोर लगा देंगे. इससे अलग आने वाले दिनों में अधिकारियों के साथ बैठक कर निगम में फण्ड की कमी के मुद्दे को समझेंगे और इसके लिए कुछ रास्ता निकालने का भी प्रयास करेंगे.
ब्लैक मेलिंग के गंभीर आरोपों को किया खारिज
अपने उपर लगे उगाही और ब्लैक-मेलिंग के गंभीर आरोपों को खारिज करते हुए अवतार सिंह ने कहा कि आरोप तो प्रभु राम पर भी लगे थे लेकिन उन्होंने कोई मर्यादा नहीं तोड़ी थी. उन्होंने कहा कि उनके ऊपर लगे आरोप झूठे हैं. यहां तक कि उन्हें इन आरोपों के विषय में जानकारी तक नहीं थी.
उत्तरी दिल्ली नगर निगम के पहले सिख मेयर
अवतार सिंह उत्तरी दिल्ली नगर निगम के पहले सिख मेयर हैं. कहा जाता है कि का जीवन काफी संघर्ष भरा रहा है जहां इन्होंने चाय बेचने से लेकर सामान ढुलाई तक का काम किया है. अवतार सिंह पिछले कई सालों से कश्मीरी गेट पर होने वाली रामलीला में किरदार निभाते आए हैं. भाजपा की सीट पर पार्षद चुने जाने के बाद मेयर पद के लिए वो अपनी मां, पत्नी और बेटी को श्रेय देते हैं.