नई दिल्लीः दिल्ली हाईकोर्ट ने यमुना नदी में छठ पूजा की इजाजत देने से इनकार कर दिया. दिल्ली हाईकोर्ट ने कहा कि वहां बीमारी का खतरा है, इसलिए इजाजत नहीं दे सकते. कोर्ट ने कहा कि ये प्रतिबंध यमुना नदी में प्रदूषण के उच्च स्तर की वजह से लगाया गया है. ऐसे जहरीले पानी में नहाकर लोग बीमार पड़ सकते हैं.
दिल्ली बीजेपी पूर्वांचल मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष संतोष ओझा ने ईटीवी भारत से बात करते हुए दिल्ली हाईकोर्ट की टिप्पणी पर कहा कि यमुना की सफाई का मुद्दा भारतीय जनता पार्टी विगत कई वर्षों से उठा रही है.
भारतीय जनता पार्टी का पूर्वांचल मोर्चा लगातार मांग करता रहा है कि यमुना घाट पर छठ मनाई जाए, लेकिन दिल्ली सरकार ने कई वर्षों से प्रतिबंध लगाया हुआ है, उनके कानों पर कोई जूं तक नहीं रेंग रही है. यमुना की सफाई नहीं करवा रहे हैं, यमुना का पानी गंदा पड़ा है.
संतोष ओझा ने कहा कि आज बड़ा ही दुर्भाग्यपूर्ण है कि दिल्ली हाई कोर्ट की इस पर टिप्पणी आई है. उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल धर्म के विरोधी हैं, आस्था के विरोधी हैं, भ्रष्टाचार करते हैं, इन लोगों ने दिल्ली में शराब घोटाला किया, लेकिन यमुना को साफ नहीं किया. करोड़ों रुपए का फंड केंद्र सरकार ने यमुना की सफाई के लिए दिया है, लेकिन यह सारा इन लोगों ने भ्रष्टाचार में डुबो दिया है.
बता दें कि दिल्ली में यमुना नदी के तट पर छठ पूजा नहीं की जा सकेगी. दरअसल, दिल्ली हाईकोर्ट ने नदी के तट पर छठ पूजा करने की इजाजत देने से इनकार कर दिया है. कोर्ट में दायर याचिका में यमुना के तट पर छठ पूजा की इजाजत की मांग की गई थी. दिल्ली सरकार ने यमुना तट पर छठ पूजा पर रोक लगाई हुई है.
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