उत्तरी दिल्ली नगर निगम में नेता विपक्ष अनिल लाकड़ा का कहना है कि बीते 12 सालों से बीजेपी शासित निगम में भ्रष्टाचार इतना हो रहा है कि अधिकारियों की नाक के नीचे ऐसे उल्लंघन होते रहते हैं और उल्लंघनकर्ताओं पर कोई कार्रवाई नहीं होती. लाकड़ा ने कहा कि उक्त मामले में होटल के ग्राउंड फ्लोर और टॉप फ्लोर पर रेस्टोरेंट चलाया जा रहा था जबकि वहां सिर्फ पैंट्री की इजाजत है.
'जांच करना है निगम का काम'
लाकड़ा ने कहा कि निगम का काम ये जांच करना है कि इमारत में कोई उल्लंघन तो नहीं हो रहा, हालांकि इस होटल में उल्लंघन रोकने के किसी ने प्रयास नहीं किए. उन्होंने कहा कि अब मेयर अपने अधिकारियों को बचा रहे हैं, जो सरासर गलत है. लाकड़ा के मुताबिक मामले में अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए. साथ ही नैतिकता के आधार पर मेयर को अपने पद से इस्तीफा देना चाहिए.
उपायुक्त इरा सिंघल कर रही जांच
उधर मेयर आदेश गुप्ता ने आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए मामले की जांच के बाद सच सामने आ जाने की बात कही है. गुप्ता का कहना है कि शुरुआती तौर पर यह देखा जा रहा है कि बिल्डिंग में फायर सेफ्टी को लेकर कोई इंतजाम नहीं थे.
ऐसे में फायर डिपार्टमेंट ने कैसे होटल को एनओसी दी थी यह जांच का विषय है. उन्होंने कहा कि मामले की जांच केशव पुरम जोन की उपायुक्त इरा सिंघल कर रही हैं और 3 दिन के भीतर ही सच सामने आ जाएगा.