नई दिल्ली: उत्तरी दिल्ली नगर निगम में मंगलवार को निगम कर्मचारियों की वेतन की समस्या के ऊपर महत्वपूर्ण सदन था. लेकिन सदन के अंदर एक बार फिर AAP पार्षदों के द्वारा जमकर विरोध-प्रदर्शन किया गया. मेयर जयप्रकाश के कई बार समझाने के बावजूद AAP के पार्षद नहीं माने और विरोध-प्रदर्शन करते रहे.
इसके बाद सदन को समय से पहले स्थगित कर दिया गया. और अनुशासनहीनता को लेकर मेयर जयप्रकाश ने AAP के एक दर्जन से ज्यादा विधायकों को अगले तीन सदनों के लिए निलंबित कर दिया. दरअसल मंगलवार को विरोध-प्रदर्शन करते वक्त AAP पार्षदों ने न तो सोशल डिस्टेंस का ध्यान रखा और न ही किसी पार्षद ने मास्क लगाए थे.
'पार्षदों की बात को सुना नहीं जाता'
सदन में हुए हंगामें को लेकर ईटीवी भारत ने रिठाला से AAP विधायक महेंद्र गोयल से बातचीत की. इस बातचीत में विधायक गोयल ने कहा कि आम आदमी पार्टी के सभी पार्षद जनता की आवाज को भलीभांति तरीके से सदन में रखते हैं. लेकिन उनकी बात को सुना नहीं जाता. नेता विपक्ष द्वारा पूछे गए सवालों का जवाब नहीं दिया जाता.
जिसकी वजह से AAP पार्षदों को वैल में आकर मजबूरन विरोध-प्रदर्शन करना पड़ा. AAP पार्षद जनता की आवाज उठा रहे थे. AAP पार्षदों ने आज अपने विरोध प्रदर्शन के दौरान निगम की महिला कर्मचारी से किसी प्रकार का कोई दुर्व्यवहार नहीं किया है. अगर यह साबित होता है कि किसी पार्षद ने महिला कर्मचारी के साथ दुर्व्यवहार किया है. तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.