नई दिल्ली: दिल्ली के शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया को राजकीय विद्यालय शिक्षक संघ (GSTA) के महासचिव अजय वीर यादव ने पत्र लिखा है. पत्र के माध्यम से शिक्षक संघ ने मांग की है कि शिक्षक भर्ती में गेस्ट टीचरों को अवसर दिया जाए. संघ ने सरकारी सहायता प्राप्त विद्यालयों में डीएसएसएसबी द्वारा शिक्षक भर्ती करवाए जाने के निर्णय का स्वागत की किया है और इस शिक्षक भर्ती में गेस्ट टीचरों को अवसर देने की मांग की है.
बताते चले कि दिल्ली सरकार में विगत दस वर्षों से भी अधिक समय से गेस्ट टीचर सेवारत हैं. वर्तमान दिल्ली सरकार ने सरकार के प्रथम गठन से पूर्व 2014 में गेस्ट टीचरों को नियमित करने का वायदा किया था, किंतु लगभग 8 वर्ष बीत जाने के पश्चात भी उनका नियमितिकरण नहीं हो पाने के परिणामस्वरूप अधिकांश गेस्ट टीचर ओवर एज हो चुके हैं तथा स्थायी होने की उम्मीद में उनका जीवन त्रिशंकु की भांति लटक गया है. साथ ही विगत 5 वर्षों से भी अधिक समय बीत जाने के बावजूद वेतन वृद्धि नहीं हुई है और महंगाई के चरम पर होने के कारण परिवार निर्वहन करने में उन्हें निरंतर संघर्ष करना पड़ रहा है.
शिक्षा मॉडल में गेस्ट टीचर का अहम रोलः राजकीय विद्यालय शिक्षक संघ ने कहा है कि दिल्ली के शिक्षा मॉडल में गेस्ट टीचरों का बहुत योगदान है. इसीलिए सरकारी सहायता प्राप्त विद्यालयों में शिक्षक भर्ती हेतु 1- खाली पदों पर आवेदन के लिए सिर्फ गेस्ट टीचरों को ही अवसर दिया जाए. डीएसएसएसबी की लिखित परीक्षा से अतिरिक्त एडेड स्कूल भर्ती नियमों ( RR ) के अनुसार, अनुभव ( प्रति वर्ष के आधार पर ) के आधार पर अंक दिए जाए.
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कहा है कि गेस्ट टीचरों द्वारा सरकारी स्कूल में (कुल समय अवधि) दी गई सेवा तथा अनुभव के आधार पर आयु सीमा में छूट दी जाए. शिक्षा निदेशालय में स्थाई शिक्षकों की भर्ती के कारण सेवा से हटाए गए गेस्ट टीचरों को भी एक मौका अवश्य दिया जाए. ऐसा करने से लंबे समय से सेवारत गेस्ट टीचरों को उनके हक का लाभ मिल सकेगा तथा सरकारी सहायता प्राप्त विद्यालयों को अनुभवशाली, सरकारी दिशा-निर्देश में शिक्षण कार्यों में निपुण प्रशिक्षित शिक्षक मिल सकेंगे.
गेस्ट टीचरों को मौका मिलना चाहिएः ऑल इंडिया गेस्ट टीचर्स एसोसिएशन के महासचिव शोएब राणा ने कहा कि दिल्ली सरकार सहायता प्राप्त स्कूलों में डीएसएसएसबी द्वारा नियमित शिक्षक भर्ती कर रही है. दिल्ली के सरकारी स्कूलों में कार्यरत गेस्ट टीचरों को डिपार्टमेंटल कैंडिडेट मानते हुए इस भर्ती में उम्र सीमा खत्म कर तथा अनुभव के आधार पर भारांक देकर गेस्ट टीचरों को मौका मिलना चाहिए.
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