ETV Bharat / state

Dumping Yard in Wazirabad: यमुना घाट पर बनाया पूजा सामग्री डंपिंग यार्ड, नदी को साफ रखने में करेगा मदद

दिल्ली में नेहरू युवा केंद्र ने स्थानीय लोगों के साथ मिलकर वजीराबाद के यमुना घाट से थोड़ी दूरी पर एक डंपिंग यार्ड बनाया है. इसमें लोग पूजन सामग्री को लाकर डाल सकेंगे और यमुना नदी हो साफ रखने में मदद मिलेगी.

Nehru Yuva Kendra
Nehru Yuva Kendra
author img

By

Published : Apr 3, 2023, 9:32 AM IST

Updated : Apr 3, 2023, 10:12 AM IST

नई दिल्ली: राजधानी के वजीराबाद इलाके में स्थित यमुना के प्राचीन रामघाट पर जमा कूड़े के ढेर की वजह से श्रद्धालुओं को स्नान करने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. इसको देखते हुए स्थानीय लोगों के साथ मिलकर नेहरू युवा केंद्र ने पूजा व हवन सामग्री डालने के लिए डंपिंग यार्ड बनाया हैं. यहां पर श्रद्धालु अपने घरों या इलाके के मंदिरों में होने वाली भगवान की पूजा व हवन की सामग्री को लाकर डाल सकते हैं, जिससे यमुना किनारे गंदगी का अंबार न लगे और यमुना का पानी भी साफ रहे.

इलाके के लोगों ने बताया कि यमुना का प्राचीन रामघाट काफी प्रसिद्ध है. इस घाट की बड़ी मान्यता है और लोग यहां दूर-दूर से यमुना स्नान करने के लिए आते हैं. इस घाट पर गंदगी बहुत ज्यादा रहती है, जिसके लिए स्थानीय लोगों ने नेहरू युवा केंद्र के साथ मिलकर हवन पूजा सामग्री डालने के लिए डंपिंग यार्ड बनाने की योजना बनाई गई. योजना पर अमल करते हुए डंपिंग यार्ड यमुना किनारे से दूर बनाया गया, ताकि इलाके के लोग यमुना में गंदगी न डालें. घर में होने वाली पूजा व हवन सामग्री की वजह से यमुना किनारे गंदगी का अंबार लग जाता है और पानी गंदा होता है. हिंदू धर्म में मान्यता है कि पूजा व हवन सामग्री को जल में ही प्रवाहित किया जाता है. लेकिन अब यमुना में पानी की कमी और जल प्रवाह नहीं होने से सारी सामग्री किनारे पर ही जमा होती है, जिससे गंदगी का अंबार लगता है और पानी भी गंदा होता है.

स्थानीय निवासी ने बताया कि, धार्मिक मान्यतों के आधार पर दशहरा, गुरुपर्व पर नहान के मौके पर श्रद्धालुओं की बहुत भीड़ यमुना में स्नान करने के लिए दूर दूर से आती है, यमुना में आस्था की डुबकी लगाती है. यमुना किनारे प्रसाद बेचकर गुजारा करने वाले लोगों पर पुजारियों की आजीविका का एकमात्र यही साधन है लेकिन गंदगी होने की वजह से श्रद्धालुओं का यमुना घाट पर आना कम हो रहा था. जिसको देखते हुए स्थानीय लोगों ने नेहरू युवा केंद्र के साथ मिलकर योजना पर काम किया और यमुना घाट से दूर हवन पूजा सामग्री डालने के लिए जगह बनाई, जहां पर लोग घरों से लाकर पूजा सामग्री डालते हैं, जिससे समय से इस सामग्री को यहां से उठाया जा सके और गंदगी का अंबार भी यमुना किनारे न लगे. स्थानीय लोगों का कहना है कि यमुना की सफाई पर स्थानीय प्रशासन का कोई ध्यान नहीं है. यमुना किनारे गंदगी रहती है और घाट का पानी साफ नहीं है. वहीं पानी की निकासी का कोई रास्ता न होने के कारण यमुना राम घाट पर तालाब में तब्दील होता जा रहा है. हालांकि समय-समय पर सफाई के दावे किए जाते हैं, लेकिन यह भी महज खानापूर्ति के लिए होता है.

यह भी पढ़ें-Chhath pooja in Delhi: झाग भरी यमुना में चैती छठ के मौके पर श्रद्धालुओं ने दिया अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य

नेहरू युवा केंद्र के साथ जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि, हवन सामग्री को गड्ढा खोदकर यमुना किनारे दबा दिया जाएगा, जिससे भगवान को खुश करने के लिए किए गए हवन व पूजा सामग्री की बेकद्री न हो और वह गंदगी के साथ मिलकर यमुना में न जाए. स्थानीय लोगों की पहल पर नेहरू युवा केंद्र ने आगे बढ़कर इस मुहिम को एक नया रूप दिया है. उम्मीद है कि यमुना किनारे के और भी घाटों पर इस तरह के स्थल बनाए जाएंगे ताकि यमुना के किनारों को साफ रखा जा सके.

यह भी पढ़ें-Water Crisis in Delhi: गर्मियों में पारा बढ़ने के साथ, पानी की समस्या भी करेगी परेशान

नई दिल्ली: राजधानी के वजीराबाद इलाके में स्थित यमुना के प्राचीन रामघाट पर जमा कूड़े के ढेर की वजह से श्रद्धालुओं को स्नान करने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. इसको देखते हुए स्थानीय लोगों के साथ मिलकर नेहरू युवा केंद्र ने पूजा व हवन सामग्री डालने के लिए डंपिंग यार्ड बनाया हैं. यहां पर श्रद्धालु अपने घरों या इलाके के मंदिरों में होने वाली भगवान की पूजा व हवन की सामग्री को लाकर डाल सकते हैं, जिससे यमुना किनारे गंदगी का अंबार न लगे और यमुना का पानी भी साफ रहे.

इलाके के लोगों ने बताया कि यमुना का प्राचीन रामघाट काफी प्रसिद्ध है. इस घाट की बड़ी मान्यता है और लोग यहां दूर-दूर से यमुना स्नान करने के लिए आते हैं. इस घाट पर गंदगी बहुत ज्यादा रहती है, जिसके लिए स्थानीय लोगों ने नेहरू युवा केंद्र के साथ मिलकर हवन पूजा सामग्री डालने के लिए डंपिंग यार्ड बनाने की योजना बनाई गई. योजना पर अमल करते हुए डंपिंग यार्ड यमुना किनारे से दूर बनाया गया, ताकि इलाके के लोग यमुना में गंदगी न डालें. घर में होने वाली पूजा व हवन सामग्री की वजह से यमुना किनारे गंदगी का अंबार लग जाता है और पानी गंदा होता है. हिंदू धर्म में मान्यता है कि पूजा व हवन सामग्री को जल में ही प्रवाहित किया जाता है. लेकिन अब यमुना में पानी की कमी और जल प्रवाह नहीं होने से सारी सामग्री किनारे पर ही जमा होती है, जिससे गंदगी का अंबार लगता है और पानी भी गंदा होता है.

स्थानीय निवासी ने बताया कि, धार्मिक मान्यतों के आधार पर दशहरा, गुरुपर्व पर नहान के मौके पर श्रद्धालुओं की बहुत भीड़ यमुना में स्नान करने के लिए दूर दूर से आती है, यमुना में आस्था की डुबकी लगाती है. यमुना किनारे प्रसाद बेचकर गुजारा करने वाले लोगों पर पुजारियों की आजीविका का एकमात्र यही साधन है लेकिन गंदगी होने की वजह से श्रद्धालुओं का यमुना घाट पर आना कम हो रहा था. जिसको देखते हुए स्थानीय लोगों ने नेहरू युवा केंद्र के साथ मिलकर योजना पर काम किया और यमुना घाट से दूर हवन पूजा सामग्री डालने के लिए जगह बनाई, जहां पर लोग घरों से लाकर पूजा सामग्री डालते हैं, जिससे समय से इस सामग्री को यहां से उठाया जा सके और गंदगी का अंबार भी यमुना किनारे न लगे. स्थानीय लोगों का कहना है कि यमुना की सफाई पर स्थानीय प्रशासन का कोई ध्यान नहीं है. यमुना किनारे गंदगी रहती है और घाट का पानी साफ नहीं है. वहीं पानी की निकासी का कोई रास्ता न होने के कारण यमुना राम घाट पर तालाब में तब्दील होता जा रहा है. हालांकि समय-समय पर सफाई के दावे किए जाते हैं, लेकिन यह भी महज खानापूर्ति के लिए होता है.

यह भी पढ़ें-Chhath pooja in Delhi: झाग भरी यमुना में चैती छठ के मौके पर श्रद्धालुओं ने दिया अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य

नेहरू युवा केंद्र के साथ जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि, हवन सामग्री को गड्ढा खोदकर यमुना किनारे दबा दिया जाएगा, जिससे भगवान को खुश करने के लिए किए गए हवन व पूजा सामग्री की बेकद्री न हो और वह गंदगी के साथ मिलकर यमुना में न जाए. स्थानीय लोगों की पहल पर नेहरू युवा केंद्र ने आगे बढ़कर इस मुहिम को एक नया रूप दिया है. उम्मीद है कि यमुना किनारे के और भी घाटों पर इस तरह के स्थल बनाए जाएंगे ताकि यमुना के किनारों को साफ रखा जा सके.

यह भी पढ़ें-Water Crisis in Delhi: गर्मियों में पारा बढ़ने के साथ, पानी की समस्या भी करेगी परेशान

Last Updated : Apr 3, 2023, 10:12 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.