नई दिल्ली: राजधानी में फैयाज गंज इलाके में स्थित डायनामिक क्लासेस में एक वर्कशॉप का आयोजन किया गया. जिसमें आईआईटी से अहमद फराज और हर्षित ने बच्चों की पढ़ाई में आसानी के लिए बनाए गई ' ई पाठशाला ए आर' के ताल्लुक से बच्चों के साथ बातचीत की.
बता दें कि भारत उत्कृष्ट प्रौद्योगिकी संस्थान के तृतीय वर्ष के छात्रों ने एक नई तकनीक संवर्धित वास्तविकता के माध्यम से शिक्षा में अभूतपूर्व विकास किया है, 4 छात्रों ने इस कार्य के लिए कि स्टार्टअप का निर्माण किया है इनके स्टार्टअप एलिज़ार सिस्टम से भारत सरकार की एनसीईआरटी की किताबों में अक्षरों को वास्तविकता में बदला गया है.
बच्चों के लिए लाभदायक ई पाठशाला एआर ऐप
इस अवसर पर डायनामिक क्लास के चेयरमैन मोहम्मद सरफराज अहमद ने कहा कि बहुत सी ऐप आ रही हैं जो शिक्षा मैं आसानी पैदा कर रही है, उसमें यह एक ऐप अहम मानता हूं, इस ऐप को सभी को देखना चाहिए और खासतौर से टीचर को देखकर यूज़ करना चाहिए, और टीचर को यह भी देखना चाहिए कि बच्चों के लिए ऐप कहां तक मददगार साबित हो सकती है. मुझे इस ऐप के जरिए काफी उम्मीदें हैं, जिन नौजवानों ने यह ऐप बनाया है वो मुबारकबाद के हकदार हैं और जिन बातों को ध्यान में रखकर बनाया गया है उससे यकीनन बच्चों को फायदा होगा.
शिक्षा के क्षेत्र में नया रेवोलुशन
आईआईटी के अहमद फराज ने कहा कि e-pathshala. AR शिक्षा के क्षेत्र में एक नया रिवॉल्यूशन है, इसके जरिए बच्चों की पढ़ाई आसान हो जाएगी, उन्होंने कहा कि पहले बच्चे किताबों के जरिए पढ़ते थे, मगर यह आप उसको एक तरह से अलग करती है, हम मानते हैं कि एक एंड्रॉयड फोन के जरिए यह एक शिक्षा के क्षेत्र में बड़ा काम है