नई दिल्ली: दिल्ली के कॉन्स्टिट्यूशन क्लब में महिला पंचायत की बैठक आयोजित की गई. इस पंचायत का उद्देश्य महिला पहलवानों के लिए न्याय सुनिश्चित करने के साथ ही सरकार की महिला विरोधी नीतियों के खिलाफ भी आवाज़ बुलंद करना था. इसमें देशभर के अलग-अलग महिला संगठनों ने हिस्सा लिया. सैकड़ों की संख्या में महिला संगठन से जुड़े हुए लोग इस बैठक में शामिल हुए और महिलाओं पर आए दिन हो रहे उत्पीड़न जैसे मामलों को लेकर चर्चा की.
बृजभूषण को संरक्षण दे रही सरकार: ईटीवी भारत से बात करते हुए महिला संगठन की सदस्य शबनम हाशमी ने बताया कि आज देश भर के सभी लोग देख रहे हैं कि महिला पहलवानों के साथ किस तरह का बर्ताव किया जा रहा है. बृजभूषण शरण को बचाने के लिए पूरी भारतीय जनता पार्टी, गृहमंत्री और प्रधानमंत्री भी लगे हुए हैं. आज तक उसके ऊपर कोई कार्यवाही नहीं की गई. उसके ऊपर पॉक्सो एक्ट का मामला दर्ज किया गया है, लेकिन आज एक महीने से ज्यादा वक्त के बाद भी उसकी गिरफ्तारी नहीं हुई है.
बैठक को दिल्ली पुलिस ने की रोकने की कोशिश: सामाजिक कार्यकर्ता शबनम हाशमी ने बताया कि हमारी आज की बैठक को रोकने के लिए दिल्ली पुलिस ने तमाम कोशिशें की, लेकिन हमारी बैठक आज आयोजित हुई है. उन्होंने बताया कि देश के लोगों ने देखा कि किस तरह से महिला पहलवानों को जंतर मंतर से हटाया गया. महिला पहलवान अभी भी न्याय की उम्मीद लगाए हुए हैं, लेकिन अभी तक उन्हें न्याय नहीं मिल पाया है, इसलिए हमारी बैठक आज इस मुद्दे पर थी कि कैसे महिलाओं को न्याय दिलवाना है और आगे की रणनीति क्या रहेगी. हम महिलाएं संघर्ष करेंगी. हम रुकने और डरने वाली नहीं है, जितनी भी महिलाएं आज यहां पर पहुंची है, सभी ने ठाना है कि हम महिला पहलवानों के ऊपर हुए अत्याचार और उनको न्याय दिला कर ही सांस लेंगे.
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