नई दिल्ली/नोएडा: नोएडा में एक बार फिर घरेलू हिंसा से जुड़ा मामला सामने आया है. जानकारी के अनुसार, सेक्टर 39 स्थित महिला थाने में एक महिला ने पति और सास के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है. पीड़िता की शिकायत पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. इस मामले में अभी कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है.
सेक्टर-21 जलवायु विहार की महिला ने एफआइआर में बताया कि उसका विवाह फरवरी 2015 में फरीदाबाद के प्रवीण गेरा के साथ हुआ था. आरोप है कि शादी के बाद से ही पति और सास द्वारा शारीरिक और मानसिक प्रताड़ित किया गया, जिसके चलते मई 2019 में ससुराल से मायके में आना पड़ा. यही दोनों के खिलाफ मुकदमे भी दर्ज कराए. न्यायालय ने आरोपी पति को 60 हजार रुपए प्रतिमाह अंतरिम भरण पोषण देने का आदेश दिया था. अब तक भरण-पोषण का 16.80 लाख रुपए से अधिक बकाया है.
पीड़िता का कहना है कि विश्वास जीतने के लिए नवंबर 2022 में उसने फरीदाबाद न्यायालय में दायर तलाक के मुकदमे को वापस ले लिया और एक समझौता ड्राफ्ट तैयार किया. आश्वासन दिया कि दोनों पक्ष पहले अस्थाई रूप से सप्ताह में दो दिन अलग घर में रहेंगे और एक-दूसरे के विवाद समाप्त करेंगे. इसके 9 माह बाद दोनों परिवार के साथ एक ही घर में रहेंगे. इस लिखित प्रस्ताव को पीड़िता ने माता-पिता की स्थिति को देखते हुए स्वीकार कर लिया. जिसके बाद घरेलू हिंसा एवं अन्य मुकदमों को वापस ले लिया, लेकिन आरोपियों ने किसी भी लिखित शर्त का पालन नहीं किया.
आरोप है कि आरोपित पति ने उच्च न्यायालय इलाहाबाद में उसका झूठा बयान लिखवा दिया, जबकि पीड़िता कभी इलाहाबाद गई ही नहीं. वहीं, जब पीड़िता फरीदाबाद स्थित ससुराल पहुंची तो उसे घर में नहीं घुसने दिया. इसके बाद पता चला कि आरोपियों ने फर्जी समझौता पत्र तैयार कराया था. महिला थाना प्रभारी का कहना है कि पीड़िता द्वारा दी गई तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज किया गया है. पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ जांच शुरू कर दी है, जो भी दोषी होंगे उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
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