नई दिल्ली: राजधानी में चुनाव से पहले स्ट्रांग रूम एक बहुत अहम किरदार निभाता है. यूं तो इसकी बहुत चर्चा नहीं होती है. लेकिन यही वह जगह होती है, जहां ईवीएम मशीनों को रखी जाती हैं. यह जिम्मेदारी डिस्ट्रिक्ट इलेक्शन ऑफिसर की होती है. जबकि पुलिस और पैरामिलिट्री की तैनाती यहां सुरक्षा सुनिश्चित करती है. इसी को लेकर नई दिल्ली जिले के स्ट्रांग रूम में आज शाम से हलचल शुरू हो गई है. क्या कुछ यहां का इंतजाम हैं, आइए जनते है इसके बारे में नई दिल्ली की डिस्ट्रिक्ट इलेक्शन ऑफिसर तन्वी गर्ग से.
क्या है स्ट्रांग रूम! जानें कैसी है चुनाव से पहले की तैयारी और सुरक्षा - दिल्ली चनुवा 2020
जहां ईवीएम मशीनों को रखी जाती हैं. यह जिम्मेदारी डिस्ट्रिक्ट इलेक्शन ऑफिसर की होती है. जबकि पुलिस और पैरामिलिट्री की तैनाती यहां सुरक्षा सुनिश्चित करती है. इसी को लेकर नई दिल्ली जिले के स्ट्रांग रूम में आज शाम से हलचल शुरू हो गई है.
नई दिल्ली: राजधानी में चुनाव से पहले स्ट्रांग रूम एक बहुत अहम किरदार निभाता है. यूं तो इसकी बहुत चर्चा नहीं होती है. लेकिन यही वह जगह होती है, जहां ईवीएम मशीनों को रखी जाती हैं. यह जिम्मेदारी डिस्ट्रिक्ट इलेक्शन ऑफिसर की होती है. जबकि पुलिस और पैरामिलिट्री की तैनाती यहां सुरक्षा सुनिश्चित करती है. इसी को लेकर नई दिल्ली जिले के स्ट्रांग रूम में आज शाम से हलचल शुरू हो गई है. क्या कुछ यहां का इंतजाम हैं, आइए जनते है इसके बारे में नई दिल्ली की डिस्ट्रिक्ट इलेक्शन ऑफिसर तन्वी गर्ग से.
चुनाव से पहले स्ट्रांग रूम एक बहुत अहम किरदार निभाता है. यूं तो इसकी बहुत चर्चा नहीं होती लेकिन यही वह जगह होती है जहां ईवीएम मशीनें रखी जाती हैं. डिस्टिक इलेक्शन ऑफिसर के अधीन इसकी जिम्मेदारी होती है जबकि पुलिस और पैरा मिलिट्री की तैनाती यहां सुरक्षा सुनिश्चित करती है.
Body:नई दिल्ली जिले के स्ट्रांग रूम में आज शाम से हलचल शुरू हो गई है. क्या कुछ यहां इंतजाम हैं ज़्यादा बता रही हैं नई दिल्ली की डिस्ट्रिक्ट इलेक्शन ऑफिसर तन्वी गर्ग...
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