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दिल्ली नगर निगम चुनाव में किंग मेकर होंगे उत्तराखंड के लाखों प्रवासी, लुभाने की मची होड़

दिल्ली नगर निगम के चुनाव को लेकर राजनीतिक दलों का चुनावी पारा हाई है. चुनाव भले ही दिल्ली में है, लेकिन इसका सीधा कनेक्शन उत्तराखंड से दिख रहा है. इसकी बड़ी वजह दिल्ली में लाखों प्रवासी उत्तराखंडियों की मौजूदगी है, जो इस चुनाव में किसी भी राजनीतिक दल का समीकरण बना और बिगाड़ सकते हैं.

दिल्ली नगर निगम चुनाव में किंग मेकर होंगे उत्तराखंड के लाखों प्रवासी, लुभाने की मची होड़
दिल्ली नगर निगम चुनाव में किंग मेकर होंगे उत्तराखंड के लाखों प्रवासी, लुभाने की मची होड़
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Published : Nov 19, 2022, 10:19 AM IST

देहरादून: दिल्ली नगर निगम के चुनाव को लेकर भाजपा और कांग्रेस समेत आम आदमी पार्टी ने भी अपने स्टार प्रचारकों को मैदान में उतार दिया है. भाजपा की सूची में राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और सभी बड़े नेताओं के नाम शामिल हैं. इसी तरह कांग्रेस और आम आदमी पार्टी की सूची में राष्ट्रीय स्तर के नेताओं के नाम रखे गये हैं. चुनाव मैदान में प्रचार के लिए उतरने वाले इन दिग्गजों के नामों से समझा जा सकता है कि राष्ट्रीय दलों के लिए भी दिल्ली नगर निगम के चुनाव कितने अहम हैं. शायद यही वजह है कि राष्ट्रीय दलों समेत आम आदमी पार्टी भी इस चुनाव को जीतने के लिए हर संभव कोशिश कर रही है.

दिल्ली में उत्तराखंड के 30 लाख से ज्यादा प्रवासी: इसी कड़ी में दिल्ली चुनाव को लेकर उत्तराखंड में भी भारी हलचल है. आम आदमी पार्टी जहां पहले ही उत्तराखंड के 45 नेताओं को दिल्ली नगर निगम के चुनाव के लिए जिम्मेदारी दे चुकी है, तो वहीं भाजपा और कांग्रेस ने भी अपने नेताओं को दिल्ली में प्रचार के लिए निर्देशित कर दिया है. वैसे आपको बता दें कि दिल्ली में उत्तराखंड के 30 लाख से ज्यादा प्रवासी रहते हैं. यह संख्या इतनी बड़ी है कि किसी भी राजनीतिक दल का दिल्ली में समीकरण बना और बिगाड़ सकती है.

दिल्ली नगर निगम के 110 वार्डों में उत्तराखंडी वोटर्स निर्णायक: माना जाता है कि दिल्ली नगर निगम के करीब 90 से 110 वार्ड में जीत हार के लिए उत्तराखंड के यह वोटर्स भी निर्णायक हो सकते हैं. आम आदमी पार्टी के नेता कहते हैं कि उन्हें उत्तराखंड से दिल्ली भेजा गया है और वे लगातार प्रचार में जुटे हुए हैं. साथ ही वह दिल्ली में आम आदमी पार्टी की जीत का भी दावा करते हैं.

दिल्ली नगर निगम की 250 सीटों पर है चुनाव: कांग्रेस हालांकि कुछ कम सक्रिय दिखाई देती है. इसके बावजूद भी पार्टी के नेता दिल्ली नगर निगम चुनाव में पार्टी हाईकमान के निर्देशों के अनुसार जिम्मेदारियां दे रहे हैं. उधर भारतीय जनता पार्टी के नेताओं को भी लगातार दिल्ली नगर निगम चुनाव के लिए जिम्मेदारियां मिल रही हैं. इस बार दिल्ली नगर निगम में 250 सीटों के लिए चुनाव होना है. इससे पहले दिल्ली नगर निगम में भाजपा का कब्जा रहा है. ऐसे में पार्टी एक बार फिर अपने उस इतिहास को दोहराना चाहती है.
ये भी पढ़ें: हरिद्वार सांसद निशंक ने गिनाईं सरकार की उपलब्धियां, कहा- मील का पत्थर साबित होगा विकास

दिल्ली नगर निगम के चुनाव के लिए 4 दिसंबर को है मतदान: दिल्ली में नगर निगम चुनाव के लिए 4 दिसंबर को मतदान है. 7 दिसंबर को मतगणना होनी है. इससे पहले चुनावी प्रचार प्रसार के काम को तेजी से राष्ट्रीय दल आगे बढ़ा रहे हैं. भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता वीरेंद्र बिष्ट कहते हैं कि पार्टी संगठन की तरफ से नेताओं को जिम्मेदारी दी गई है और राज्य में लोगों को भी प्रवासी उत्तराखंड के लोगों को दिल्ली में भाजपा के पक्ष में वोट डालने के लिए कहा जा रहा है.

देहरादून: दिल्ली नगर निगम के चुनाव को लेकर भाजपा और कांग्रेस समेत आम आदमी पार्टी ने भी अपने स्टार प्रचारकों को मैदान में उतार दिया है. भाजपा की सूची में राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और सभी बड़े नेताओं के नाम शामिल हैं. इसी तरह कांग्रेस और आम आदमी पार्टी की सूची में राष्ट्रीय स्तर के नेताओं के नाम रखे गये हैं. चुनाव मैदान में प्रचार के लिए उतरने वाले इन दिग्गजों के नामों से समझा जा सकता है कि राष्ट्रीय दलों के लिए भी दिल्ली नगर निगम के चुनाव कितने अहम हैं. शायद यही वजह है कि राष्ट्रीय दलों समेत आम आदमी पार्टी भी इस चुनाव को जीतने के लिए हर संभव कोशिश कर रही है.

दिल्ली में उत्तराखंड के 30 लाख से ज्यादा प्रवासी: इसी कड़ी में दिल्ली चुनाव को लेकर उत्तराखंड में भी भारी हलचल है. आम आदमी पार्टी जहां पहले ही उत्तराखंड के 45 नेताओं को दिल्ली नगर निगम के चुनाव के लिए जिम्मेदारी दे चुकी है, तो वहीं भाजपा और कांग्रेस ने भी अपने नेताओं को दिल्ली में प्रचार के लिए निर्देशित कर दिया है. वैसे आपको बता दें कि दिल्ली में उत्तराखंड के 30 लाख से ज्यादा प्रवासी रहते हैं. यह संख्या इतनी बड़ी है कि किसी भी राजनीतिक दल का दिल्ली में समीकरण बना और बिगाड़ सकती है.

दिल्ली नगर निगम के 110 वार्डों में उत्तराखंडी वोटर्स निर्णायक: माना जाता है कि दिल्ली नगर निगम के करीब 90 से 110 वार्ड में जीत हार के लिए उत्तराखंड के यह वोटर्स भी निर्णायक हो सकते हैं. आम आदमी पार्टी के नेता कहते हैं कि उन्हें उत्तराखंड से दिल्ली भेजा गया है और वे लगातार प्रचार में जुटे हुए हैं. साथ ही वह दिल्ली में आम आदमी पार्टी की जीत का भी दावा करते हैं.

दिल्ली नगर निगम की 250 सीटों पर है चुनाव: कांग्रेस हालांकि कुछ कम सक्रिय दिखाई देती है. इसके बावजूद भी पार्टी के नेता दिल्ली नगर निगम चुनाव में पार्टी हाईकमान के निर्देशों के अनुसार जिम्मेदारियां दे रहे हैं. उधर भारतीय जनता पार्टी के नेताओं को भी लगातार दिल्ली नगर निगम चुनाव के लिए जिम्मेदारियां मिल रही हैं. इस बार दिल्ली नगर निगम में 250 सीटों के लिए चुनाव होना है. इससे पहले दिल्ली नगर निगम में भाजपा का कब्जा रहा है. ऐसे में पार्टी एक बार फिर अपने उस इतिहास को दोहराना चाहती है.
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दिल्ली नगर निगम के चुनाव के लिए 4 दिसंबर को है मतदान: दिल्ली में नगर निगम चुनाव के लिए 4 दिसंबर को मतदान है. 7 दिसंबर को मतगणना होनी है. इससे पहले चुनावी प्रचार प्रसार के काम को तेजी से राष्ट्रीय दल आगे बढ़ा रहे हैं. भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता वीरेंद्र बिष्ट कहते हैं कि पार्टी संगठन की तरफ से नेताओं को जिम्मेदारी दी गई है और राज्य में लोगों को भी प्रवासी उत्तराखंड के लोगों को दिल्ली में भाजपा के पक्ष में वोट डालने के लिए कहा जा रहा है.

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