नई दिल्ली: राजधानी के मंडोली जेल की एक वीडियो वायरल हो रही है. जिसमें कैदी ने लॉकडाउन का समर्थन करते हुए और खुद को बचाने के लिए बेल की मांग कर रहे हैं. इसे लेकर तिहाड़ प्रशासन का कहना है कि कुछ लोग इस मौके का फायदा उठाकर जेल प्रशासन को बदनाम करना चाहते हैं. साथ ही वीडियो बनाने में इस्तेमाल किए गए फोन को बरामद करने की कोशिश की जा रही है.
ये है पूरा मामला
वायरल वीडियो में मंडोली जेल संख्या 15 का बताया गया है जो हाई रिस्क जेल है. वर्ष 2018 में हत्या के आरोप में गिरफ्तार राजकुमार ने यह वीडियो बनाया है. इस वीडियो में हत्या आरोपी राजकुमार अपने कुछ अन्य साथी कैदियों के साथ खड़ा है.
वीडियो की शुरुआत में वह अपील कर रहा है कि जनता लॉकडाउन का पालन करे. लोग अपने घर में रहें ताकि कोरोना वायरस न फैल सके. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लॉक डाउन का बेहतरीन फैसला लिया है जिसे जनता को सपोर्ट करना चाहिए.
जेल में सुरक्षा का नहीं इंतजाम
इस वीडियो में कैदी ने कहा है कि जेल में कोरोना वायरस से बचाव का कोई इंतजाम नहीं है. उन्हें न तो मास्क दिए गए हैं और न ही सेनेटाइजर. जेल में दिनों दिन हालात खराब हो रहे हैं. अगर किसी को बुखार या सर्दी होती है तो वह जेल प्रशासन को इस बारे में बताते हैं. उन्हें चुप रहने के लिए कहा जाता है. उनमें से अगर किसी को भी कोरोना होता है तो जेल में इसे कंट्रोल करना मुश्किल हो जाएगा.
जमानत पर छोड़ने की मांग
कैदी दिल्ली सरकार से मांग की है कि उन्हें जमानत पर छोड़ा जाए. यहां हालात खराब है जिसमें उनकी जान को खतरा है. वहीं तिहाड़ प्रशासन का कहना है कि जेल में कैदियों की सुरक्षा के उचित प्रबंध है. साफ-सफाई का ध्यान रखने के साथ ही कैदियों को बढ़िया भोजन दिया जा रहा है. कैदी बाहर निकलने के लिए झूठे आरोप लगाकर वीडियो भेज रहे हैं. मोबाइल को लेकर तिहाड़ प्रशासन छानबीन कर रही है.