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International Thugs: डार्कनेट के जरिये अमेरिकी नागरिकों का डाटा हासिल करते थे शातिर, टीम में शामिल हैं 100 से ज्यादा ठग

दिल्ली पुलिस ने अंतरराष्ट्रीय ठगों के मामले में बड़ा खुलासा किया है. बताया कि साइबर ठग पहले लोगों का डार्कनेट के जरिये डेटा जुटाते थे, फिर रिसर्च कर उनको ब्लैकमेल करते थे.

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Published : Jun 20, 2023, 5:42 PM IST

नई दिल्ली: चाइल्ड पोर्नोग्राफी में फंसाने की धमकी देकर अमेरिकी नागरिकों से अरबों रुपए की ठगी करने वाले गिरोह के चार अंतरराष्ट्रीय साइबर ठगों को गिरफ्तार कर दिल्ली पुलिस ने दर्जनों मामलों का पर्दाफाश किया है. दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को पता चला है कि इस रैकेट में 100 से अधिक साइबर ठग शामिल हैं.

ऐसे करते थे ठगीः गिरोह का सरगना वत्सल मेहता 2015 से अमेरिकी नागरिकों से ठगी कर रहा है. चारों पहले एक ही कॉल सेंटर में काम करते थे. गिराेह के अधिकतर सदस्य विदेश में रहते हैं. अपने शिकार की तलाश के लिए बदमाशों ने रिसर्च टीम बना रखी है. ये लोग डार्कनेट के जरिए अमेरिकी नागरिकों का डाटा हासिल करते हैं, फिर पीड़ितों के सोशल मीडिया अकाउंट के जरिए उनकी पूरी कुंडली निकाल लेते हैं. वह ऐसे शिकार तलाशते हैं, जो चाइल्ड पोर्नाेग्राफी से जुड़ी वेबसाइट सर्च करते थे. इससे आरोपियों को लगता है कि पीड़ित उनकी शिकायत पुलिस से नहीं करेंगे. इसके बाद उन्हें ब्लैकमेल करने का सिलसिला शुरू हो जाता था.

ठगी के पैसे से बना दिया आलीशान घरः गौरतलब है कि पुलिस ने इस मामले में अहमदाबाद निवासी वत्सल मेहता, पार्थ अरमारकर, जनकपुरी निवासी दीपक अरोड़ा, डाबड़ी निवासी प्रशांत कुमार को गिरफ्तार किया है. आरोपियों के बैंक खातों की जांच में पता चला है कि इन्होंने तीन चार वर्षों में कारोड़ों रुपये की काली कमाई की है. इन्होंने गुजरात में कोठियां भी बना ली हैं. अब इनकी अवैध संपत्तियों की भी जांच की जाएगी.

दिल्ली पुलिस पीड़ितों को वापस दिलवा रही उनकी रकमः आरोपियों ने जिन अमेरिकी नागरिकों से अरबों रुपए की ठगी की है, अब दिल्ली पुलिस इन आरोपियों से पैसे रिकवर करके पीड़ितों को दिलवा रही है. पुलिस सूत्रों के अनुसार, अभी तक एफबीआई की ओर से प्राप्त रिकॉर्ड के अनुसार 50 पीड़ित सामने आए हैं. ऐसा पहली बार हो रहा है जब दिल्ली पुलिस विदेश के पीड़ितों को इस तरह से उनकी रकम की रिकवरी करके उसे लौटा रही है. अमेरिकी नागरिकों से ठगने वाले चार आरोपियों से बरामद 96 लाख रुपए कोर्ट में जमा कर दिए गए हैं.

यह भी पढ़ेंः Delhi Police: फॉर्म हाउस दिलाने के नाम पर हजार करोड़ से अधिक की ठगी करने वाला नटवरलाल गिरफ्तार

नई दिल्ली: चाइल्ड पोर्नोग्राफी में फंसाने की धमकी देकर अमेरिकी नागरिकों से अरबों रुपए की ठगी करने वाले गिरोह के चार अंतरराष्ट्रीय साइबर ठगों को गिरफ्तार कर दिल्ली पुलिस ने दर्जनों मामलों का पर्दाफाश किया है. दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को पता चला है कि इस रैकेट में 100 से अधिक साइबर ठग शामिल हैं.

ऐसे करते थे ठगीः गिरोह का सरगना वत्सल मेहता 2015 से अमेरिकी नागरिकों से ठगी कर रहा है. चारों पहले एक ही कॉल सेंटर में काम करते थे. गिराेह के अधिकतर सदस्य विदेश में रहते हैं. अपने शिकार की तलाश के लिए बदमाशों ने रिसर्च टीम बना रखी है. ये लोग डार्कनेट के जरिए अमेरिकी नागरिकों का डाटा हासिल करते हैं, फिर पीड़ितों के सोशल मीडिया अकाउंट के जरिए उनकी पूरी कुंडली निकाल लेते हैं. वह ऐसे शिकार तलाशते हैं, जो चाइल्ड पोर्नाेग्राफी से जुड़ी वेबसाइट सर्च करते थे. इससे आरोपियों को लगता है कि पीड़ित उनकी शिकायत पुलिस से नहीं करेंगे. इसके बाद उन्हें ब्लैकमेल करने का सिलसिला शुरू हो जाता था.

ठगी के पैसे से बना दिया आलीशान घरः गौरतलब है कि पुलिस ने इस मामले में अहमदाबाद निवासी वत्सल मेहता, पार्थ अरमारकर, जनकपुरी निवासी दीपक अरोड़ा, डाबड़ी निवासी प्रशांत कुमार को गिरफ्तार किया है. आरोपियों के बैंक खातों की जांच में पता चला है कि इन्होंने तीन चार वर्षों में कारोड़ों रुपये की काली कमाई की है. इन्होंने गुजरात में कोठियां भी बना ली हैं. अब इनकी अवैध संपत्तियों की भी जांच की जाएगी.

दिल्ली पुलिस पीड़ितों को वापस दिलवा रही उनकी रकमः आरोपियों ने जिन अमेरिकी नागरिकों से अरबों रुपए की ठगी की है, अब दिल्ली पुलिस इन आरोपियों से पैसे रिकवर करके पीड़ितों को दिलवा रही है. पुलिस सूत्रों के अनुसार, अभी तक एफबीआई की ओर से प्राप्त रिकॉर्ड के अनुसार 50 पीड़ित सामने आए हैं. ऐसा पहली बार हो रहा है जब दिल्ली पुलिस विदेश के पीड़ितों को इस तरह से उनकी रकम की रिकवरी करके उसे लौटा रही है. अमेरिकी नागरिकों से ठगने वाले चार आरोपियों से बरामद 96 लाख रुपए कोर्ट में जमा कर दिए गए हैं.

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