ETV Bharat / state

international dance day 2023: सेंट्रल पार्क में 'भारत एक सोने की चिड़िया' कार्यक्रम आयोजित, जानें डांस के फायदे

29 अप्रैल को देश भर में अंतरराष्ट्रीय नृत्य दिवस मनाया गया. इसी बीच दिल्ली के कनॉट प्लेस के सेंट्रल पार्क में वंदे मातरम भारत एक सोने की चिड़िया कार्यक्रम आयोजित किया गया. समारोह में 100 प्रतिभाशाली कलाकार ने कथकली और भरतनाट्यम नृत्य शैलियों का शानदार प्रस्तुतिकरण दिया.

Etv Bharat
Etv Bharat
author img

By

Published : Apr 30, 2023, 12:50 PM IST

Updated : Apr 30, 2023, 1:34 PM IST

सोने की चिड़िया कार्यक्रम आयोजित

नई दिल्ली: 29 अप्रैल को पूरे देश में अंतरराष्ट्रीय नृत्य दिवस मनाया गया. इसको मनाने का मुख्य उद्देश्य डांस को ज्यादा से ज्यादा बढ़ावा देना है. इसी कड़ी में राजधानी दिल्ली के कनॉट प्लेस के सेंट्रल पार्क में वंदे मातरम भारत एक सोने की चिड़िया कार्यक्रम आयोजित हुआ. कलाकारों ने भारत के समृद्ध और विविध सांस्कृतिक इतिहास को अपने मनमोहक नृत्य से प्रदर्शित किया, जिसे देखकर दर्शक मोहित हो गए. समारोह आयोजित करने में उर्वशी डांस म्यूजिक आर्ट एंड कल्चरल सोसाइटी और नई दिल्ली म्यूनिसिपल काउंसिल (NDMC) ने सहयोग दिया है.

प्रोग्राम में 100 प्रतिभाशाली कलाकारों ने लिया हिस्सा: कार्यक्रम की डायरेक्टर रेखा मेहरा ने बताया कि वर्तमान में हमारा देश हर क्षेत्र में तरक्की कर रहा है. आत्म निर्भरता, स्वच्छता, डिजिटिलाइजेशन और योग के अलावा तमाम क्षेत्रों में उन्नति कर रहा है. कार्यक्रम में भारत के विकास और सांस्कृतिक नृत्य को दिखाने की कोशिश की गई है. प्रोग्राम में 100 प्रतिभाशाली कलाकार ने कथकली, भरतनाट्यम, कथक, पुडिया जैसे शास्त्रीय, लोक और समकालीन नृत्य शैलियों का शानदार प्रस्तुतिकरण दिया. इसके अलावा भारत के अन्य प्रसिद्ध नृत्य शैलियों को भी दिखाया गया, जिसमें मलखम, ओडिसी, मोहिनीअट्टम और छऊ, भांगड़ा, गिद्दा, कृष्ण रासलीला शामिल है. कार्यक्रम में भारतीय नृत्य प्रेमियों ने ही नहीं, बल्कि कजाकिस्तान, रूस और स्पेन के कलाकारों ने एक अद्वितीय फ्लेमिंगो नृत्य का प्रदर्शन किया, जो दुनिया भर में विविधता में एकता का जश्न मनाता है.

डांस करने के फायदे:

  1. अगर आप डांस करते हैं, तो आपकी मांसपेशियां मजबूत होंगी, जिससे आप स्वस्थ रहेंगे.
  2. आप तनाव मुक्त रहेंगे, जिससे आप एक अच्छी नींद ले सकते हैं.
  3. डांस करने से सोचने और समझने की क्षमता विकसित होती है.

नौजवानों के बीच कोरियोग्राफर धर्मेश येलांडे का दिखा क्रेज: कार्यक्रम में संस्कृति मंत्री मीनाक्षी लेखी, रक्षा एवं पर्यटन राज्य मंत्री अजय भट्ट, वित्त राज्य मंत्री डॉ. भगवद कराड, आईसीसीआर के अध्यक्ष डॉ. विनय सहस्रबुद्धे, आईसीसीआर के महानिदेशक कुमार तुहिन, एनडीएमसी के उपाध्यक्ष सतीश उपाध्याय और बॉलीवुड के जाने-माने कोरियोग्राफर धर्मेश येलांडे और तरण मेहंदी के अलावा कई गायकों ने शिरकत की.

15 अलग-अलग तरह के डांस की दी गई प्रस्तुति: दो घंटे के कार्यक्रम में 15 अलग-अलग तरह के डांस प्रस्तुत किए गए. इसके बाद कार्यक्रम के अंत में धर्मेश ने अपने डांस की एक प्रस्तुति दी. मशहूर डांसर वरुण डगर, जो दिल्ली की सड़कों पर डांस करते हुए देखे जाते हैं. उन्होंने अपने फैंस को वर्ल्ड डांस डे की हार्दिक बधाई दी है. वरुण की इंस्टाग्राम पर लगभग 446k फैन फॉलोइंग है. वह सड़कों पर अपने साथ एक लाऊड स्पीकर लेकर चलते हैं और उसमें मोबाइल से गाना बजाकर डांस प्रस्तुत करते हैं. डांसर वरुण अपने पास ऐसा फ़ोन रखते हैं, जिसमें सिम नहीं होती. वह अपने डांस को बिना किसी डिस्टर्बेंस के एन्जॉय करते हैं.

अंतरराष्ट्रीय नृत्य दिवस की शुरूआत: अंतरराष्ट्रीय रंगमंच संस्थान की अंतरराष्ट्रीय नृत्य समिति की ओर से 1982 में अंतरराष्ट्रीय नृत्य दिवस की शुरूआत की गई थी. आईटीआई एक गैर-सरकारी संगठन है जो संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन (यूनेस्को) का हिस्सा है.

ये भी पढ़ें: हमीरपुर में दो युवतियों ने की समलैंगिक शादी, रजिस्ट्रेशन कराने तहसील पहुंचीं

सोने की चिड़िया कार्यक्रम आयोजित

नई दिल्ली: 29 अप्रैल को पूरे देश में अंतरराष्ट्रीय नृत्य दिवस मनाया गया. इसको मनाने का मुख्य उद्देश्य डांस को ज्यादा से ज्यादा बढ़ावा देना है. इसी कड़ी में राजधानी दिल्ली के कनॉट प्लेस के सेंट्रल पार्क में वंदे मातरम भारत एक सोने की चिड़िया कार्यक्रम आयोजित हुआ. कलाकारों ने भारत के समृद्ध और विविध सांस्कृतिक इतिहास को अपने मनमोहक नृत्य से प्रदर्शित किया, जिसे देखकर दर्शक मोहित हो गए. समारोह आयोजित करने में उर्वशी डांस म्यूजिक आर्ट एंड कल्चरल सोसाइटी और नई दिल्ली म्यूनिसिपल काउंसिल (NDMC) ने सहयोग दिया है.

प्रोग्राम में 100 प्रतिभाशाली कलाकारों ने लिया हिस्सा: कार्यक्रम की डायरेक्टर रेखा मेहरा ने बताया कि वर्तमान में हमारा देश हर क्षेत्र में तरक्की कर रहा है. आत्म निर्भरता, स्वच्छता, डिजिटिलाइजेशन और योग के अलावा तमाम क्षेत्रों में उन्नति कर रहा है. कार्यक्रम में भारत के विकास और सांस्कृतिक नृत्य को दिखाने की कोशिश की गई है. प्रोग्राम में 100 प्रतिभाशाली कलाकार ने कथकली, भरतनाट्यम, कथक, पुडिया जैसे शास्त्रीय, लोक और समकालीन नृत्य शैलियों का शानदार प्रस्तुतिकरण दिया. इसके अलावा भारत के अन्य प्रसिद्ध नृत्य शैलियों को भी दिखाया गया, जिसमें मलखम, ओडिसी, मोहिनीअट्टम और छऊ, भांगड़ा, गिद्दा, कृष्ण रासलीला शामिल है. कार्यक्रम में भारतीय नृत्य प्रेमियों ने ही नहीं, बल्कि कजाकिस्तान, रूस और स्पेन के कलाकारों ने एक अद्वितीय फ्लेमिंगो नृत्य का प्रदर्शन किया, जो दुनिया भर में विविधता में एकता का जश्न मनाता है.

डांस करने के फायदे:

  1. अगर आप डांस करते हैं, तो आपकी मांसपेशियां मजबूत होंगी, जिससे आप स्वस्थ रहेंगे.
  2. आप तनाव मुक्त रहेंगे, जिससे आप एक अच्छी नींद ले सकते हैं.
  3. डांस करने से सोचने और समझने की क्षमता विकसित होती है.

नौजवानों के बीच कोरियोग्राफर धर्मेश येलांडे का दिखा क्रेज: कार्यक्रम में संस्कृति मंत्री मीनाक्षी लेखी, रक्षा एवं पर्यटन राज्य मंत्री अजय भट्ट, वित्त राज्य मंत्री डॉ. भगवद कराड, आईसीसीआर के अध्यक्ष डॉ. विनय सहस्रबुद्धे, आईसीसीआर के महानिदेशक कुमार तुहिन, एनडीएमसी के उपाध्यक्ष सतीश उपाध्याय और बॉलीवुड के जाने-माने कोरियोग्राफर धर्मेश येलांडे और तरण मेहंदी के अलावा कई गायकों ने शिरकत की.

15 अलग-अलग तरह के डांस की दी गई प्रस्तुति: दो घंटे के कार्यक्रम में 15 अलग-अलग तरह के डांस प्रस्तुत किए गए. इसके बाद कार्यक्रम के अंत में धर्मेश ने अपने डांस की एक प्रस्तुति दी. मशहूर डांसर वरुण डगर, जो दिल्ली की सड़कों पर डांस करते हुए देखे जाते हैं. उन्होंने अपने फैंस को वर्ल्ड डांस डे की हार्दिक बधाई दी है. वरुण की इंस्टाग्राम पर लगभग 446k फैन फॉलोइंग है. वह सड़कों पर अपने साथ एक लाऊड स्पीकर लेकर चलते हैं और उसमें मोबाइल से गाना बजाकर डांस प्रस्तुत करते हैं. डांसर वरुण अपने पास ऐसा फ़ोन रखते हैं, जिसमें सिम नहीं होती. वह अपने डांस को बिना किसी डिस्टर्बेंस के एन्जॉय करते हैं.

अंतरराष्ट्रीय नृत्य दिवस की शुरूआत: अंतरराष्ट्रीय रंगमंच संस्थान की अंतरराष्ट्रीय नृत्य समिति की ओर से 1982 में अंतरराष्ट्रीय नृत्य दिवस की शुरूआत की गई थी. आईटीआई एक गैर-सरकारी संगठन है जो संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन (यूनेस्को) का हिस्सा है.

ये भी पढ़ें: हमीरपुर में दो युवतियों ने की समलैंगिक शादी, रजिस्ट्रेशन कराने तहसील पहुंचीं

Last Updated : Apr 30, 2023, 1:34 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.