नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में अब किसी भी आपात स्थिति में दमकल, पुलिस और एंबुलेंस से मदद के लिए अब 100, 101 या 102 डॉयल करने की जरूरत नहीं होगी. तीनों ही नंबरों के लिए अब महज एक नंबर 112 डॉयल करना होगा.
बुधवार को केंद्रीय गृह राज्य मंत्री जी किशन रेड्डी ने इमरजेंसी रिस्पोंस सपोर्ट सिस्टम (ERSS-112) का उद्घाटन किया है. दिल्ली में अब पुलिस, दमकल विभाग या एंबुलेंस से मदद मांगने के लिए 112 नंबर ही डॉयल करना होगा. इससे ना सिर्फ इमरजेंसी सेवाएं और प्रभावी हो जाएंगी बल्कि कॉल का रिस्पोंस टाइम भी घटेगा.
मोबाइल ऐप से भी मिलेगी मदद
दिल्ली पुलिस के अनुसार किसी भी मुसीबत के समय पीड़ित 112 नंबर को डॉयल करने के अलावा अपने मोबाइल ऐप पर भी इससे मदद ले सकेगा.
मोबाइल ऐप के जरिये यदि कोई पीड़ित अपने मोबाइल के ऐप में मौजूद पॉवर बटन को तीन बार दबाएगा तो उसकी कॉल को पैनिक कॉल माना जाएगा.
पैनिक कॉल मानकर उसे इमरजेंसी रिस्पोंस सेंटर (ईआरसी) में भेज दिया जाएगा. ऐसी कॉल मिलने पर तुरंत कंट्रोल रूप से कॉलर के पास मदद भेजी जाएगी.
फिलहाल काम करेंगे पुराने नंबर
प्रवक्ता ने बताया कि ऐसी कॉल को आप सोशल मीडिया के अलावा, ई-मेल या एसएमएस के जरिये भी कर सकते हैं. फिलहाल अभी पुराने नंबर-100, 101 और 102 भी प्रभावी रहेंगे.
इन नंबरों पर कॉल करने पर कॉल अपने आप सीधे 112 पर चली जाएगी. अधिकारियों का कहना है कि पुलिस मुख्यालय में चल रहा पुलिस नियंत्रण कक्ष फिलहाल अभी काम करेगा, बाद में इसे बंद कर दिया जाएगा.
'स्ट्रीट क्राइम में कमी आई'
कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय गृह राज्य मंत्री किशन रेड्डी ने दिल्ली पुलिस की जमकर तारीफ की. उन्होंने कहा कि लगातार दिल्ली पुलिस के आधुनिकीकरण की वजह से राजधानी में अपराध, खासकर स्ट्रीट क्राइम में कमी आई है.
'सिविक एजेंसियों की कार्यकुशलता में सुधार होगा'
वहीं दिल्ली पुलिस आयुक्त अमूल्य पटनायक ने बताया कि 112 गृह मंत्रालय का ऐसा प्रोजेक्ट है जिससे सभी सिविक एजेंसियों की कार्यकुशलता में सुधार होगा. लगातार दिल्ली पुलिस के आधुनिकीकरण की वजह से दिल्ली में 20 फीसदी से अधिक स्ट्रीट क्राइम में कमी आई है.
15 प्रखर वैन को भी हरी झंडी दिखाई
कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय गृह राज्य मंत्री जी किशन रेड्डी ने 15 प्रखर वैन को भी हरी झंडी दिखाई. दिल्ली के सभी 15 जिलों में जहां अपराध ज्यादा है, वहां पर हर जिले में एक वैन की तैनाती की जाएगी.
स्कोर्पिया एसयूवी वैन आधुनिक हथियारों से लैस होगी. इसके अलावा इन वैन में आधुनिक सॉफ्टवेयर भी मौजूद होंगे. जिसकी मदद से टेक्नीकल सर्विलांस में भी मदद मिलेगी. भविष्य में इनकी संख्या को बढ़ाकर 100 कर दिया जाएगा.
बनाया जा रहा है नया कंट्रोल रूम
साथ ही 1970 के दशक से और बेहद पुरानी तकनीक के सहारे चल रहे दिल्ली पुलिस मुख्यालय स्थित पुलिस कंट्रोल रूम को भी बंद कर दिया जाएगा.
दिल्ली पुलिस मुख्यालय के एक सूत्र ने बताया, 'पुराने कंट्रोल रूम के स्टाफ को नई जगह शिफ्ट कर दिया गया है'. एक बटन दबाते ही आपात सूचना, संबंधित विभाग को खुद-ब-खुद पहुंच जाएगी.
हैदरपुर में मुख्यालय
डायल-112 सेवा का नया मुख्यालय दिल्ली के हैदरपुर (शालीमार बाग) में स्थापित किया गया है. पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक इस नए पुलिस कंट्रोल रूम में कागज का उपयोग नहीं होगा और अगर होगा भी तो ना के बराबर.
कार्यक्रम के दौरान एमएचए के अतिरिक्त सचिव (यूटी) गोविंद मोहन, संयुक्त सचिव पुनिया सालिला श्रीवास्तव के अलावा दिल्ली पुलिस के तमाम वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मौजूद थे.