नई दिल्ली/गाजियाबाद : सामूहिक विवाह योजना के तहत मिलने वाले 75 हजार रुपए पाने के लिए दो महिलाओं ने दोबारा शादी कर ली. इस मामले में पुलिस ने दोनों आरोपी महिलाओं को गिरफ्तार किया है. दोनों महिलाएं पहले से ही शादीशुदा थी, मगर फर्जी तरीके से सामूहिक विवाह योजना में पंजीकरण करवा कर महिलाओं ने दोबारा शादी कर ली. इस मामले में अन्य आरोपी भी शामिल होने की आशंका, जिनकी तलाश की जा रही है.
मामला गाजियाबाद के सिहानी गेट इलाके का है. पुलिस के मुताबिक सामूहिक विवाह योजना में मिलने वाले 75000 रुपये पाने के लिए दो महिलाएं फर्जीवाड़े की इंतहा पार कर गई. बताया जा रहा है कि दोनों महिलाओं ने पहले से शादीशुदा होने के बावजूद सामूहिक विवाह योजना में अपना पंजीकरण कराया और फिर गलत तरीके से लाभ उठाया. सिहानी गेट पुलिस के मुताबिक श्रम परिवर्तन अधिकारी शैलजा आनंद की तरफ से इस मामले में सिहानी गेट थाने में शिकायत दर्ज कराई गई थी. जिसके बाद पुलिस ने कार्रवाई की है. पुलिस इस मामले में दूसरे एंगल पर भी जांच कर रही है.
सिहानी गेट पुलिस के मुताबिक, साक्ष्य संकलन के आधार पर विवेचनात्मक कार्रवाई करते हुए 20 सितंबर को कमिश्नरेट गाजियाबाद पुलिस टीम ने दोनों महिलाओं को गिरफ्तार किया है. इनसे आगे की पूछताछ की जा रही है. पुलिस को शक है कि इस मामले में और भी लोग शामिल हो सकते हैं. बता दें कि उत्तर प्रदेश सरकार की सामूहिक विवाह योजना, जिसके तहत पंजीकरण करवाया जाता है. उसकी कुछ नियम और शर्तें होते हैं, लेकिन उसका गलत इस्तेमाल करने वालों की कमी नहीं है. जिसका उदाहरण पहली बार सामने नहीं आया है. सिर्फ सामूहिक विवाह योजना के अनुदान के रूप में मिलने वाली राशि को पाने के लिए कई बार इस तरह की गैरकानूनी हरकतें होती हैं. फिलहाल पुलिस इस मामले में जांच कर रही है.
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