ETV Bharat / state

Project Voice: दिल्ली सरकार के इस प्रोजेक्ट ने बदली छात्रों की जिंदगी, जानिए क्या है यह प्रोजेक्ट और कैसे करता है मदद

दिल्ली सरकार ने सरकारी स्कूलों के छात्रों के ओवरऑल डेवलपमेंट को लेकर प्रोजेक्ट वॉइस शुरू किया है. प्रोजेक्ट वॉइस विचार साझा करने के लिए एक मंच है. यह छात्रों को निडर होकर अपनी राय व्यक्त करने का कौशल विकसित करने के लिए प्रोत्साहित करने का एक प्रयास है.

Etv Bharat
Etv Bharat
author img

By

Published : May 3, 2023, 10:14 AM IST

नई दिल्ली: दिल्ली सरकार शिक्षा के क्षेत्र में दिल्ली के सरकारी स्कूलों में कई बदलाव लाई. आज दिल्ली के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले छात्र सिर्फ स्कूली स्तर पर बेहतर प्रदर्शन ही नहीं कर रहे हैं बल्कि जेईई, नीट जैसी परीक्षा में 100 फीसदी अंक भी ला रहे हैं. छात्रों में आत्मविश्वास बढ़ा है. इसके पीछे दिल्ली सरकार की शिक्षा विभाग के द्वारा शुरू किए गए प्रोजेक्ट का अहम योगदान है. आज बात करेंगे प्रोजेक्ट वॉइस की. इस प्रोजेक्ट ने छात्रों को निडर होकर अपनी बात कहने की आजादी दी है.

दरअसल, शैक्षणिक वर्ष 2022-23 में शुरू हुए इस प्रोजेक्ट वॉइस में 2 लाख छात्रों ने हिस्सा लिया. अब यह प्रोजेक्ट शैक्षणिक वर्ष 2023-24 में भी लागू किया गया है. इस संबंध में शिक्षा विभाग ने एक परिपत्र भी जारी कर दिया है. शिक्षा विभाग ने कहा कि प्रोजेक्ट वॉइस विचार साझा करने के लिए एक मंच है. यह छात्रों को निडर होकर अपनी राय व्यक्त करने का कौशल विकसित करने के लिए प्रोत्साहित करने का एक प्रयास है. शैक्षणिक वर्ष 2022-23 में, प्रोजेक्ट वॉयस ने 2 लाख से अधिक छात्रों की भागीदारी पाई है.

क्या है प्रोजेक्ट वॉइसः शिक्षा विभाग द्वारा शुरू किए गए प्रोजेक्ट वॉइस में छात्रों का शब्दावली विकास, आत्मविश्वास निर्माण, बेहतर महत्वपूर्ण सोच कौशल, बेहतर संतुलन, भाषण वितरण, सार्वजनिक बोलने के कौशल और टीमवर्क कौशल में वृद्धि होती है. इन सभी प्वाइंट पर छात्रों को शिक्षित किया जाता है, जिसके बाद छात्र निडर होकर अपनी बात कह पाते हैं. शिक्षा विभाग का मानना है कि सार्वजनिक तौर पर छात्रों को इस प्रोजेक्ट के माध्यम से काफी लाभ हुआ है. शैक्षणिक सत्र 2023-24 में शिक्षा निदेशालय, दिल्ली के तहत सभी सरकारी स्कूलों में प्रोजेक्ट वॉयस जारी रहेगा.

ये भी पढ़ेंः Delhi Liquor Scam: संजय सिंह ने केंद्रीय वित्त सचिव को पत्र लिख ED अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा चलाने की मांगी अनुमति

प्रोजेक्ट वॉयस के उद्देश्य क्या हैं
छात्रों का आत्मविश्वास विकसित करने और अंग्रेजी, हिंदी और संस्कृत में अपने विचारों को शब्दों में व्यक्त करने की क्षमता का निर्माण करने पर ध्यान केंद्रित किया गया है. यह एक ऐसा मंच है जहां विभिन्न विचारों और मतों को व्यक्त किया जा सकता है और छात्रों को अपने से बाहर आने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा. प्रोजेक्ट वॉयस स्कूलों में एक सतत प्रशिक्षण और जुड़ाव प्रक्रिया तैयार करेगा ताकि मजबूत बहस करने वाले और उच्च गुणवत्ता वाली भाषा प्रवीणता रखने वाले छात्रों को दिल्ली के सरकारी स्कूलों के उच्च शिक्षण संस्थानों में प्रदान किया जा सके. प्रोजेक्ट वॉइस के प्रमुख लाभ कुछ इस प्रकार है. जैसे कि वक्तृत्व कौशल का विकास करना, महत्वपूर्ण विचार कौशल, पढ़ने की आदत विकसित करना और शोध कार्य करना, विचारों की अभिव्यक्ति और भाग लेने की क्षमता, भाषा कौशल का शोधन और वृद्धि.

ये भी पढ़ेंः The Kerala Story: विरोध के बीच फिल्म 'द केरला स्टोरी' की JNU कैंपस में स्क्रीनिंग, 5 मई को होगी रिलीज

नई दिल्ली: दिल्ली सरकार शिक्षा के क्षेत्र में दिल्ली के सरकारी स्कूलों में कई बदलाव लाई. आज दिल्ली के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले छात्र सिर्फ स्कूली स्तर पर बेहतर प्रदर्शन ही नहीं कर रहे हैं बल्कि जेईई, नीट जैसी परीक्षा में 100 फीसदी अंक भी ला रहे हैं. छात्रों में आत्मविश्वास बढ़ा है. इसके पीछे दिल्ली सरकार की शिक्षा विभाग के द्वारा शुरू किए गए प्रोजेक्ट का अहम योगदान है. आज बात करेंगे प्रोजेक्ट वॉइस की. इस प्रोजेक्ट ने छात्रों को निडर होकर अपनी बात कहने की आजादी दी है.

दरअसल, शैक्षणिक वर्ष 2022-23 में शुरू हुए इस प्रोजेक्ट वॉइस में 2 लाख छात्रों ने हिस्सा लिया. अब यह प्रोजेक्ट शैक्षणिक वर्ष 2023-24 में भी लागू किया गया है. इस संबंध में शिक्षा विभाग ने एक परिपत्र भी जारी कर दिया है. शिक्षा विभाग ने कहा कि प्रोजेक्ट वॉइस विचार साझा करने के लिए एक मंच है. यह छात्रों को निडर होकर अपनी राय व्यक्त करने का कौशल विकसित करने के लिए प्रोत्साहित करने का एक प्रयास है. शैक्षणिक वर्ष 2022-23 में, प्रोजेक्ट वॉयस ने 2 लाख से अधिक छात्रों की भागीदारी पाई है.

क्या है प्रोजेक्ट वॉइसः शिक्षा विभाग द्वारा शुरू किए गए प्रोजेक्ट वॉइस में छात्रों का शब्दावली विकास, आत्मविश्वास निर्माण, बेहतर महत्वपूर्ण सोच कौशल, बेहतर संतुलन, भाषण वितरण, सार्वजनिक बोलने के कौशल और टीमवर्क कौशल में वृद्धि होती है. इन सभी प्वाइंट पर छात्रों को शिक्षित किया जाता है, जिसके बाद छात्र निडर होकर अपनी बात कह पाते हैं. शिक्षा विभाग का मानना है कि सार्वजनिक तौर पर छात्रों को इस प्रोजेक्ट के माध्यम से काफी लाभ हुआ है. शैक्षणिक सत्र 2023-24 में शिक्षा निदेशालय, दिल्ली के तहत सभी सरकारी स्कूलों में प्रोजेक्ट वॉयस जारी रहेगा.

ये भी पढ़ेंः Delhi Liquor Scam: संजय सिंह ने केंद्रीय वित्त सचिव को पत्र लिख ED अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा चलाने की मांगी अनुमति

प्रोजेक्ट वॉयस के उद्देश्य क्या हैं
छात्रों का आत्मविश्वास विकसित करने और अंग्रेजी, हिंदी और संस्कृत में अपने विचारों को शब्दों में व्यक्त करने की क्षमता का निर्माण करने पर ध्यान केंद्रित किया गया है. यह एक ऐसा मंच है जहां विभिन्न विचारों और मतों को व्यक्त किया जा सकता है और छात्रों को अपने से बाहर आने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा. प्रोजेक्ट वॉयस स्कूलों में एक सतत प्रशिक्षण और जुड़ाव प्रक्रिया तैयार करेगा ताकि मजबूत बहस करने वाले और उच्च गुणवत्ता वाली भाषा प्रवीणता रखने वाले छात्रों को दिल्ली के सरकारी स्कूलों के उच्च शिक्षण संस्थानों में प्रदान किया जा सके. प्रोजेक्ट वॉइस के प्रमुख लाभ कुछ इस प्रकार है. जैसे कि वक्तृत्व कौशल का विकास करना, महत्वपूर्ण विचार कौशल, पढ़ने की आदत विकसित करना और शोध कार्य करना, विचारों की अभिव्यक्ति और भाग लेने की क्षमता, भाषा कौशल का शोधन और वृद्धि.

ये भी पढ़ेंः The Kerala Story: विरोध के बीच फिल्म 'द केरला स्टोरी' की JNU कैंपस में स्क्रीनिंग, 5 मई को होगी रिलीज

For All Latest Updates

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.