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इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स ने टूर और ट्रेवल एजेंसी से मालदीव की बुकिंग नहीं करने की अपील की - Bycott Maldives

Travel agencies stopped booking for Maldives: मालदीव के मंत्रियों द्वारा पीएम मोदी पर विवादित बयान दिए जाने पर दिल्ली की ट्रेवल एजेंसियों को बुकिंग नहीं करने की अपील की गई है. यह अपील इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स के तरफ से की गई है.

Bycott Maldives
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By ETV Bharat Delhi Team

Published : Jan 8, 2024, 2:38 PM IST

Updated : Jan 8, 2024, 6:11 PM IST

मालदीव की बुकिंग को लेकर भविष्य में दिखेगा असर

नई दिल्ली: मालदीव के तीन मंत्रियों द्वारा पीएम मोदी पर विवादित टिप्पणी के बाद, दिल्ली एनसीआर के लोगों का मालदीव जाने का मोह भंग हो गया है. इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एविएशन कमेटी के चेयरपर्सन डॉ. सुभाष गोयल ने ईटीवी भारत को बताया कि उन्होंने मालदीव की बुकिंग लेना बंद कर दिया है. हमने बीते दो दिनों से एक भी नई बुकिंग नहीं की गई है. साथ ही कुछ लोगों ने मालदीव की टिकट कैंसिल भी की है. अभी तक 5-6 टिकट कैंसिल किए गए हैं.

उन्होंने देश के सभी टूर ऑपरेटर्स के अपील की है कि मालदीव के बजाए भारत के आईलैंड जैसे लक्षद्वीप और अंडमान निकोबार में टूरिस्ट को जाना चाहिए. इसके अलावा अगर टूरिस्ट विदेश जाने की मांग करता है तो उसको श्रीलंका, मॉरिशस और बाली जैसी जगह जाने की सलाह दें. उन्होंने यह भी अपील की है कि भारत में जितनी भी एयरलाइन्स हैं, वह मालदीव की सभी उड़ानों को रद्द कर दें और लक्षद्वीप के लिए उड़ानों को शुरू करें. उनका मानना है कि ऐसा करने से मालदीव को सबक मिलेगा. उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के समय भारतीय टूरिस्ट्स के कारण ही मालदीव की अर्थव्यवस्था उबरी थी.

वहीं इंडियन एसोसिएशन ऑफ टूर ऑपरेटर्स के वाइस प्रेसिडेंट रवि गोसाईं में 'ईटीवी भारत' को बताया कि मालदीव के मंत्रियों द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति जो विवादित बयान दिए गए हैं, इसको लेकर भारतियों में काफी रोष है. सोशल मीडिया पर लोग इसका जमकर विरोध कर रहे हैं. इसका प्रभाव पर्यटन पर दिखने लगा है. जब दोनों देशों के बीच स्थिति सामान्य होती है, तभी पर्यटन अच्छा होता है. फिलहाल लोगों ने बुकिंग्स को कैंसिल नहीं किया है. इसके पीछे की वजह यह है कि इसके लिए लोगों को भारी कैंसिलेशन चार्ज का भुगतान करना होगा. लेकिन भविष्य में इसका असर जरूर देखने को मिलेगा. विवादित बयान से लोगों आहत हुए हैं. भारत के प्रधानमंत्री के लिए इस तरह की टिप्पणी करना ठीक नहीं है.

यह भी पढ़ें-पीएम मोदी पर आपत्तिजनक टिप्पणी के बाद भारत ने मालदीव के हाई कमिश्नर को किया तलब

मालदीव टूरिज्म मिनिस्ट्री के वेब पेज से मिली जानकारी के मुताबिक, 2023 में भारत से 2,09,198 लाख लोग मालदीव गए. उच्चायोग के मुताबिक 2022 में लगभग 2.41 लाख भारतीय मालदीव गए थे. गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हाल ही में लक्षद्वीप दौरे पर गए थे, जिसके बाद मालदीव के तीन मंत्रियों ने सोशल मीडिया पर पीएम मोदी पर विवादित बयान दिया था. इसके बाद भारत के विरोध करने पर मालदीव को अपने तीन मंत्री सस्पेंड करने पड़े. वहीं दूसरी तरफ, सोशल मीडिया पर बायकॉट मालदीव ट्रेंड करने लगा. दक्षिण एशिया के कुल अंतरराष्ट्रीय पर्यटन का लगभग 24 फीसदी मालदीव ही आता है.

यह भी पढ़ें-राज्यसभा चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी के तीनों उम्मीवारों ने किया नामांकन, जमकर लगे नारे

मालदीव की बुकिंग को लेकर भविष्य में दिखेगा असर

नई दिल्ली: मालदीव के तीन मंत्रियों द्वारा पीएम मोदी पर विवादित टिप्पणी के बाद, दिल्ली एनसीआर के लोगों का मालदीव जाने का मोह भंग हो गया है. इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एविएशन कमेटी के चेयरपर्सन डॉ. सुभाष गोयल ने ईटीवी भारत को बताया कि उन्होंने मालदीव की बुकिंग लेना बंद कर दिया है. हमने बीते दो दिनों से एक भी नई बुकिंग नहीं की गई है. साथ ही कुछ लोगों ने मालदीव की टिकट कैंसिल भी की है. अभी तक 5-6 टिकट कैंसिल किए गए हैं.

उन्होंने देश के सभी टूर ऑपरेटर्स के अपील की है कि मालदीव के बजाए भारत के आईलैंड जैसे लक्षद्वीप और अंडमान निकोबार में टूरिस्ट को जाना चाहिए. इसके अलावा अगर टूरिस्ट विदेश जाने की मांग करता है तो उसको श्रीलंका, मॉरिशस और बाली जैसी जगह जाने की सलाह दें. उन्होंने यह भी अपील की है कि भारत में जितनी भी एयरलाइन्स हैं, वह मालदीव की सभी उड़ानों को रद्द कर दें और लक्षद्वीप के लिए उड़ानों को शुरू करें. उनका मानना है कि ऐसा करने से मालदीव को सबक मिलेगा. उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के समय भारतीय टूरिस्ट्स के कारण ही मालदीव की अर्थव्यवस्था उबरी थी.

वहीं इंडियन एसोसिएशन ऑफ टूर ऑपरेटर्स के वाइस प्रेसिडेंट रवि गोसाईं में 'ईटीवी भारत' को बताया कि मालदीव के मंत्रियों द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति जो विवादित बयान दिए गए हैं, इसको लेकर भारतियों में काफी रोष है. सोशल मीडिया पर लोग इसका जमकर विरोध कर रहे हैं. इसका प्रभाव पर्यटन पर दिखने लगा है. जब दोनों देशों के बीच स्थिति सामान्य होती है, तभी पर्यटन अच्छा होता है. फिलहाल लोगों ने बुकिंग्स को कैंसिल नहीं किया है. इसके पीछे की वजह यह है कि इसके लिए लोगों को भारी कैंसिलेशन चार्ज का भुगतान करना होगा. लेकिन भविष्य में इसका असर जरूर देखने को मिलेगा. विवादित बयान से लोगों आहत हुए हैं. भारत के प्रधानमंत्री के लिए इस तरह की टिप्पणी करना ठीक नहीं है.

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मालदीव टूरिज्म मिनिस्ट्री के वेब पेज से मिली जानकारी के मुताबिक, 2023 में भारत से 2,09,198 लाख लोग मालदीव गए. उच्चायोग के मुताबिक 2022 में लगभग 2.41 लाख भारतीय मालदीव गए थे. गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हाल ही में लक्षद्वीप दौरे पर गए थे, जिसके बाद मालदीव के तीन मंत्रियों ने सोशल मीडिया पर पीएम मोदी पर विवादित बयान दिया था. इसके बाद भारत के विरोध करने पर मालदीव को अपने तीन मंत्री सस्पेंड करने पड़े. वहीं दूसरी तरफ, सोशल मीडिया पर बायकॉट मालदीव ट्रेंड करने लगा. दक्षिण एशिया के कुल अंतरराष्ट्रीय पर्यटन का लगभग 24 फीसदी मालदीव ही आता है.

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Last Updated : Jan 8, 2024, 6:11 PM IST
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