नई दिल्ली: कनफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स की तरफ से इ कॉमर्स कंपनी अमेजॉन और फ्लिपकार्ट के खिलाफ लगातार विरोध जताया जा रहा है. इसी कड़ी में नागपुर में चल रहे तीन दिवसीय राष्ट्रीय व्यापार सम्मेलन में कैट की तरफ से ई कॉमर्स कंपनियों के द्वारा नियमों की अवहेलना और गलत तरीके से व्यापार की नीति का मुद्दा उठाया गया है. इसको लेकर कैट ने कहा है कि करीब 8 करोड़ व्यापारियों ने ई-कॉमर्स कंपनियों के खिलाफ कैट के साथ हाथ मिलाया है.
अमेजॉन और फ्लिपकार्ट के खिलाफ एकजुट हुए करोड़ों व्यापारी, व्यापारी हुए एकजुट सम्मेलन में कैट की तरफ से कहा गया कि अमेजॉन और फ्लिपकार्ट लगातार दुर्व्यवहार और नियमों की अवहेलना करते हुए, अनुचित व्यापार कर रही है, जिसके चलते भारत के इकॉमर्स बाजार पर बुरा असर पड़ रहा है. जिसको लेकर देशभर के व्यापारियों में गुस्सा है, इसीलिए करीब 8 करोड़ व्यापारियों ने ई-कॉमर्स कंपनियों के खिलाफ अपनी एकता दिखाई है.
खुदरा व्यापार हो रहा प्रभावित
कैट की तरफ से कहा गया कि ई-कॉमर्स कंपनियां देश की एफडीआई नीति का खुले तौर पर उल्लंघन कर रही हैं. जिससे भारत के समग्र खुदरा व्यापार पर असर पड़ रहा है, ई-कॉमर्स कंपनियों द्वारा गहरी छूट, हानि वित्तपोषण, सूची नियंत्रण और गलत ब्रांड को अपने पोर्टल पर तरजीह दी जा रही है. जिससे देश का ई-कॉमर्स व्यापार बुरी तरह प्रभावित हो रहा है.
वाणिज्य मंत्री तक पहुंचाई गई बात
कैट ने बताया है कि इसको लेकर वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने भी मामले में संज्ञान लिया है और FDI नीति के बहुप्रतीक्षित प्रेस नोट 3 के माध्यम से पहले के प्रेस नोट की विसंगतियों को दूर करने का आश्वासन दिया है और अब 8 करोड़ भारतीय व्यापारी भी हमारी इस मुहिम से जुड़ रहे हैं.