नई दिल्लीः दिल्ली का दिल कहे जाने वाले कनॉट प्लेस में एक जगह ऐसी भी है, जहां कोई भी व्यापारी दुकान किराए पर नहीं लेना चाहता. खरीदना तो बहुत दूर की बात है. यही वजह है कि बहुत सी दुकानें लंबे समय से खाली पड़ी है. स्थानीय व्यापारी नेता बताते हैं कि कनॉट प्लेस के G और H ब्लॉक में 75 फीसदी दुकानें बंद हैं. जो दुकानें खुलती भी हैं, उनकी हालत बद से बदतर है. यहां दुकानों के सामने हर वक्त पानी भरा रहता है. बारिश के दिनों में यहां बाढ़ जैसे हालात हो जाते हैं. दुकानदारों ने दुकान की एंट्रेंस पर बड़े-बड़े पत्थर लगाए हुए हैं, ताकि पानी दुकान के अंदर न जाए.
कनॉट प्लेस के बीचों बीच नई दिल्ली नगर पालिका परिषद (NDMC) की टनल है, जिसमें पिछली बारिश के दौरान काफी पानी भर गया था. बड़ी मुश्किल से पंपों की मदद से पानी निकाला गया. यही पानी कई दुकान और शोरूम के आगे इकट्ठा भी हुआ था. दरअसल, एनडीएमसी ने 2010 में इस टनल को बनाया था. टनल में बड़ी संख्या में जेनरेटर और बिजली के मीटर लगे हैं. इसको CP की लाइफ लाइन भी कहा जाता है. इस बार हुई बारिश में बिजली के मीटर तक पानी पहुंच गया था.
इसको लेकर नई दिल्ली ट्रेडर्स एसोसिएशन (NDTA) ने कई बार एनडीएमसी को पत्र लिखा है. एसोसिएशन के जनरल सेक्रेटरी विक्रम बधवार ने CP की तमाम समस्याओं पर खुल कर अपनी बात रखी. उन्होंने बताया कि एनडीएमसी की इस टनल से सामान्य दिनों में सुबह शाम बोरिंग की मदद से पानी निकाला जाता है. बीते दिनों हुई बारिश के समय 36 घंटे लगातार वॉटर पंप चले. इससे दुकानों के सामने पानी भर गया. अभी भी कुछ दुकानों के सामने पानी की समस्या रहती है. NDTA ने कई बार समस्या के सुधार की अपील एनडीएमसी से की है. उन्हें बहुत बार पत्र भी लिखा गया है, लेकिन अभी तक कोई कार्यवाई नहीं हुई है.
विक्रम ने बताया कि हैरानी की बात यह कि टनल को इस हिसाब से बनाया गया है, जिसमें बारिश का पानी जाना असंभव है. शायद ड्रेनेज में किए गए कुछ बदलाव के कारण टनल में पानी रिसता है. अभी तक एनडीएमसी खुद इस बात का पता नहीं लगा पाई है कि इतना पानी टनल में कहां से आता है? विक्रम ने बताया कि टनल में जो पानी भरता है, उसमें सेप्टिक टैंक जैसी बदबू आती है. टनल के अंदर कई एग्जॉस्ट लगे हैं जिनमें एक भी कार्यरत नहीं है. टैंक के अंदर काम करने वाले कर्मचारियों का बुरा हाल है. कई तो बेहोशी जैसी हालत में बाहर आते हैं. NDTA का कहना है कि वो अपनी ओर से NDMC को जगाने का काम पूरे जोर लगाकर कर रही है.