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घर का सपना दिखाकर करोड़ों की ठगी, प्रोजेक्ट के तीन निदेशक गिरफ्तार - दिल्ली हाउसिंग प्रोजेक्ट ठगी

करोड़ों रुपये की ठगी करने के आरोप में आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. इन पर आरोप है कि ग्रुप हाउसिंग प्रोजेक्ट में सस्ते घर का सपना दिखाकर, उनसे एवं उनके परिचितों से 5.44 करोड़ रुपये की ठगी की गई है.

three directors of housing project arrested by eow
घर का सपना दिखाकर करोड़ों की ठगी
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Published : Dec 11, 2020, 3:38 PM IST

नई दिल्लीः घर का सपना दिखाकर लोगों से करोड़ों रुपये की ठगी का एक मामला सामने आया है. आरोपी कंपनी ने ग्राहकों को फ्लैट देने के साथ वापस ऊंची कीमत पर खरीदने का झांसा भी दिया. लेकिन लोगों को ना तो फ्लैट मिला और ना ही उनकी रकम वापस मिली. करोड़ों की ठगी के इस मामले में आर्थिक अपराध शाखा ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.

घर का सपना दिखाकर करोड़ों की ठगी

संयुक्त आयुक्त ओपी मिश्रा के अनुसार ममता बहल ने आर्थिक अपराध शाखा को शिकायत कर बताया था कि ग्रुप हाउसिंग प्रोजेक्ट में सस्ते घर का सपना दिखाकर उनसे एवं उनके परिचितों से 5.44 करोड़ रुपये की ठगी की गई है. बड़ी संख्या में लोगों ने इस प्रोजेक्ट में रुपये लगाएं क्योंकि उन्हें कंपनी के निवेशकों ने मोटे मुनाफे का सपना दिखाया.

कंपनी ने उनसे कहा कि वह प्रॉपर्टी को वापस ऊंची कीमत पर खरीद लेगी. उन्होंने इसके लिए जो चेक निवेशकों को दिए वह भी बाउंस हो गए. उन्होंने ना तो यह प्रोजेक्ट बनाया और ना ही निवेशकों के साथ किया गया वादा पूरा किया. उन्होंने निवेशकों से 20 करोड़ से ज्यादा की ठगी की. इसके चलते 2019 में आर्थिक अपराध शाखा ने मामला दर्ज किया था.

पहले जीता विश्वास फिर दिया धोखा

छानबीन के दौरान पता चला कि आरोपियों ने लोगों को मोटे मुनाफे का झांसा देकर इस ग्रुप हाउसिंग प्रोजेक्ट एमेडस में पैसा लगवाया. उन्होंने इस कंपनी के पैसे को दूसरे प्रोजेक्ट में डाइवर्ट कर दिया. शुरू में लोगों का विश्वास जीतने के लिए उन्होंने कुछ पैसे भी दिए. लेकिन इसके बाद उन्होंने रुपये एकत्रित कर निवेशकों को रुपये देना बंद कर दिया. इसके साथ ही बनाया जा रहा प्रोजेक्ट भी बंद कर दिया. उन्होंने बिना बताए कंपनी का एड्रेस भी बदल दिया. इसके साथ ही निवेशकों से मिलना एवं उनके फोन उठाना भी बंद कर दिया.

तीन आरोपी निदेशक हुए गिरफ्तार

जांच में कंपनी के बैंक खाते से पता चला कि उन्होंने लगभग 375 करोड़ रुपये ग्राहकों से एकत्रित किए हैं. इसमें से 85 करोड़ रुपये प्रोजेक्ट में लगाए गए थे. पुलिस ने इस मामले में आरोपियों के खिलाफ पटियाला हाउस अदालत से गैर जमानती वारंट जारी कराया था. इसके बाद से आरोपी फरार हो गए थे. आर्थिक अपराध शाखा के एसीपी नगीन कौशिक की देखरेख में इंस्पेक्टर मधुरेंद्र कुमार और सब इंस्पेक्टर शिवदेव सिंह की टीम ने इस मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. इनकी पहचान एनियल कुमार शाह, अनिर्बान शाह और अशोक कुमार के रूप में की गई है.

तीनों आरोपी हैं कंपनी में निदेशक

गिरफ्तार किए गए एनियल कुमार शाह, अनिर्बान शाह और अशोक कुमार इस कंपनी में डायरेक्टर थे. एनियल और अनिर्बान रियल एस्टेट कंपनी पाम डेवलपर्स में भी निदेशक हैं, जिसके खिलाफ वर्ष 2020 में ठगी का मामला दर्ज किया गया है. वहीं अशोक कुमार सिरोही नोएडा और ग्रेटर नोएडा में फाइनेंशियल एडवाइजर का काम करता था. इसके साथ ही वह इस कंपनी में निदेशक भी था. उन्होंने मिलकर लोगों को झांसा दिया और उनकी मेहनत की कमाई लेकर पैसा दूसरी कंपनी में डायवर्ट कर दिया.

नई दिल्लीः घर का सपना दिखाकर लोगों से करोड़ों रुपये की ठगी का एक मामला सामने आया है. आरोपी कंपनी ने ग्राहकों को फ्लैट देने के साथ वापस ऊंची कीमत पर खरीदने का झांसा भी दिया. लेकिन लोगों को ना तो फ्लैट मिला और ना ही उनकी रकम वापस मिली. करोड़ों की ठगी के इस मामले में आर्थिक अपराध शाखा ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.

घर का सपना दिखाकर करोड़ों की ठगी

संयुक्त आयुक्त ओपी मिश्रा के अनुसार ममता बहल ने आर्थिक अपराध शाखा को शिकायत कर बताया था कि ग्रुप हाउसिंग प्रोजेक्ट में सस्ते घर का सपना दिखाकर उनसे एवं उनके परिचितों से 5.44 करोड़ रुपये की ठगी की गई है. बड़ी संख्या में लोगों ने इस प्रोजेक्ट में रुपये लगाएं क्योंकि उन्हें कंपनी के निवेशकों ने मोटे मुनाफे का सपना दिखाया.

कंपनी ने उनसे कहा कि वह प्रॉपर्टी को वापस ऊंची कीमत पर खरीद लेगी. उन्होंने इसके लिए जो चेक निवेशकों को दिए वह भी बाउंस हो गए. उन्होंने ना तो यह प्रोजेक्ट बनाया और ना ही निवेशकों के साथ किया गया वादा पूरा किया. उन्होंने निवेशकों से 20 करोड़ से ज्यादा की ठगी की. इसके चलते 2019 में आर्थिक अपराध शाखा ने मामला दर्ज किया था.

पहले जीता विश्वास फिर दिया धोखा

छानबीन के दौरान पता चला कि आरोपियों ने लोगों को मोटे मुनाफे का झांसा देकर इस ग्रुप हाउसिंग प्रोजेक्ट एमेडस में पैसा लगवाया. उन्होंने इस कंपनी के पैसे को दूसरे प्रोजेक्ट में डाइवर्ट कर दिया. शुरू में लोगों का विश्वास जीतने के लिए उन्होंने कुछ पैसे भी दिए. लेकिन इसके बाद उन्होंने रुपये एकत्रित कर निवेशकों को रुपये देना बंद कर दिया. इसके साथ ही बनाया जा रहा प्रोजेक्ट भी बंद कर दिया. उन्होंने बिना बताए कंपनी का एड्रेस भी बदल दिया. इसके साथ ही निवेशकों से मिलना एवं उनके फोन उठाना भी बंद कर दिया.

तीन आरोपी निदेशक हुए गिरफ्तार

जांच में कंपनी के बैंक खाते से पता चला कि उन्होंने लगभग 375 करोड़ रुपये ग्राहकों से एकत्रित किए हैं. इसमें से 85 करोड़ रुपये प्रोजेक्ट में लगाए गए थे. पुलिस ने इस मामले में आरोपियों के खिलाफ पटियाला हाउस अदालत से गैर जमानती वारंट जारी कराया था. इसके बाद से आरोपी फरार हो गए थे. आर्थिक अपराध शाखा के एसीपी नगीन कौशिक की देखरेख में इंस्पेक्टर मधुरेंद्र कुमार और सब इंस्पेक्टर शिवदेव सिंह की टीम ने इस मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. इनकी पहचान एनियल कुमार शाह, अनिर्बान शाह और अशोक कुमार के रूप में की गई है.

तीनों आरोपी हैं कंपनी में निदेशक

गिरफ्तार किए गए एनियल कुमार शाह, अनिर्बान शाह और अशोक कुमार इस कंपनी में डायरेक्टर थे. एनियल और अनिर्बान रियल एस्टेट कंपनी पाम डेवलपर्स में भी निदेशक हैं, जिसके खिलाफ वर्ष 2020 में ठगी का मामला दर्ज किया गया है. वहीं अशोक कुमार सिरोही नोएडा और ग्रेटर नोएडा में फाइनेंशियल एडवाइजर का काम करता था. इसके साथ ही वह इस कंपनी में निदेशक भी था. उन्होंने मिलकर लोगों को झांसा दिया और उनकी मेहनत की कमाई लेकर पैसा दूसरी कंपनी में डायवर्ट कर दिया.

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