नई दिल्ली : अयोध्या से दिल्ली के बीच पहली बार चलनेवाली अमृत भारत ट्रेन 30 दिसंबर से चलेगी. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सोमवार को नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर पहले अमृत भारत ट्रेन का निरीक्षण किया. यह पहली पुल और पुश ट्रेन है, जिसमें आगे का इंजन ट्रेन को खींचेगा और पीछे का इंजन धक्का देगा. इससे ट्रेन की रफ्तार बढ़ेगी. इस ट्रेन को वंदे भारत की तर्ज पर डिजाइन किया गया है. इसमें बेहतर सुविधाएं हैं और सुरक्षा कवच है.
रेल मंत्री ने कहा कि देश के सभी रूटों पर इस तरीके की ट्रेन चलाई जाएंगी. हर माह 20 से 30 अमृत भारत ट्रेनें बनाई जाएंगी. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रेलवे में नई तकनीकी लाने के लिए हम सबको प्रेरणा देते हैं. दुनिया भर में दो तरह के टेक्नोलॉजी रेलवे में लगती हैं. एक टेक्नोलॉजी डिस्ट्रीब्यूटेड पावर की होती है, जिसमें हर दूसरे और तीसरे कोच में मोटर लगी होती है. इसमें ऊपर से बिजली आती है. वंदे भारत ट्रेन इस टेक्नोलॉजी पर बनी है.
दूसरी टेक्नोलॉजी पुल और पुश होती है, जिसमें एक इंजन आगे लगा होता है. यह ट्रेन को खींचता है और दूसरा इंजन पीछे होता है, जो ट्रेन को धक्का देता है. दोनों टेक्नोलॉजी पर भारत में अपने ही इंजीनियर द्वारा ये ट्रेन बनाई जा रही है. डिस्ट्रीब्यूटेड पावर से वंदे भारत और पुल एंड पुश टेक्नोलॉजी से अमृत भारत ट्रेन को बनाया गया है.
पुल एंड पुश ट्रेन बनाने के लिए बहुत बड़े बदलाव किए गए. अमृत भारत ट्रेन में इस तरह से दो कोच के बीच सेमी परमानेंट कपलर लगाए गए हैं, जिससे ट्रेन चलने या रुकने पर झटका नहीं लगेगा. सेमी परमानेंट कपलर के जरिए ट्रेन के दो डिब्बे एक दूसरे से परमानेंट जुड़े होते हैं, उन्हें अलग नहीं किया जा सकता है. पहले की ट्रेनों में सीबीसी कपलर लगे हैं, जिसे ट्रेन के डिब्बों को अलग किया जा सकता है.
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जल्द रफ्तार पकड़ेगी ट्रेनें: रेल मंत्री ने कहा कि पुल एंड पुश ट्रेन से एक्सीलरेशन बढ़ जाता है. यानी की ट्रेनों को कई जगह धीरे और तेज होना पड़ता है. पुल और पुश ट्रेन से ट्रेन जल्द रफ्तार पकड़ लेंगी. इससे समय बचेगा. यानी यह ट्रेन यदि दिल्ली से कोलकाता तक जाती है तो करीब 2 घंटे का समय बचेगा. इतना ही नहीं ट्रेन में टॉयलेट पर विशेष ध्यान दिया गया है, इस ट्रेन के टॉयलेट में कम पानी की बर्बादी होगी.
आरामदायक सीट और सुविधाओं का रखा गया है ख्याल: अमृत भारत ट्रेन नॉन एसी ट्रेन है, जबकि वंदे भारत पूरी तरह एसी ट्रेन है. ट्रेन के कोच पूरी तरह शीशे से कवर हैं. इतना ही नहीं ट्रेन में दोनों तरफ लगे इंजन को मॉडिफाई किया गया है. ड्राइवर केबिन में एयर कंडीशन लगाया गया है, जिससे ड्राइवर को ट्रेन चलाने में समस्या ना हो. इस ट्रेन में कवच लगे हैं. जिससे दो ट्रेनों के टकराने की संभावना नहीं होगी.
ड्राइवर की केबिन में वाइब्रेशन भी कम होगा, जिससे असुविधा नहीं होगी. यात्रियों के सुविधा के लिए अच्छी सीट और चार्जिंग पॉइंट की व्यवस्था है. जनरल कोच में भी ऊपर वाली सीट कुशन की है, जिससे यात्रियों का सफर आरामदायक होगा.
देश के सारे राज्यों में चलेगी अमृत भारत ट्रेन : रेल मंत्री ने कहा कि अमृत भारत ट्रेन का ट्रायल रन हो चुका है, जो संतोषजनक और उत्साहवर्धक रहा है. बहुत जल्द प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अयोध्या से इस ट्रेन को है हरी झंडी दिखाएंगे. इसके बाद करीब 5 महीने तक इस ट्रेन को सामान्य तरीके से चलाया जाएगा. इस दौरान तकनीकी समस्याओं पर नजर रख उनका समाधान किया जाएगा.
इसके बाद हर माह 20 से 30 अमृत भारत ट्रेन बनाई जाएंगी और उनका संचालन देश के सभी रूटों पर किया जाएगा. आने वाले समय में अमृत भारत ट्रेन में जनरल, स्लीपर, एसी और सभी प्रकार के कोच होंगे. फिलहाल अभी अमृत भारत ट्रेन में सिर्फ जनरल और स्लीपर कोच हैं.
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