नई दिल्ली: बीते दिनों डीसीपीसीआर ने दिल्ली सचिवालय में एक रिपोर्ट रखी. जिसमें बताया गया था कि 2014 से 2017 के बीच दिल्ली से 16504 लड़कियां गायब हो गईं, जिनमें से 3703 अब भी लापता हैं. इस आंकड़ें को दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने दिल्ली पुलिस की नाकामी बताया है.
'लापता बच्चों की संख्या बढ़ती जा रही'
इस पूरे मुद्दे पर ईटीवी भारत से बात करते हुए दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने दिल्ली पुलिस पर हमला किया है. साथ ही 'आप' सरकार का बचाव करते हुए स्वाति ने कहा कि पुलिस दिल्ली सरकार के अधीन नहीं है. इस रिपोर्ट के आंकड़े को स्वाति मालीवाल ने भयावह बताया.
उन्होंने कहा कि यह सच्चाई है कि दिल्ली में आए दिन बच्चियां गायब हो रही हैं और इन्हें खोजने में दिल्ली पुलिस असफल है. उन्होंने कहा कि सब मिलकर अगर कुछ प्रयास करें, तो कुछ अच्छा हो सकता है, लेकिन हम देखते हैं कि दिल्ली पुलिस के पास जब ऐसी शिकायतें जाती हैं, तो पुलिस उसे सीरियस नहीं लेती है. यह भी कारण है कि लापता बच्चों की संख्या बढ़ती जा रही है.
'दिल्ली मिसिंग बच्चों की कैपिटल बनती जा रही है'
स्वाति मालीवाल ने ये भी कहा कि दिल्ली में एक पूरा रैकेट इसके लिए काम कर रहा है, जो मानव तस्करी में लिप्त है और दिल्ली पुलिस इस पर नकेल कसने में पूरी तरह से असफल रही है. उन्होंने बताया कि पिछले दिनों नरेला में दिल्ली महिला आयोग ने एक सेक्स रैकेट पकड़ा था, वहां पर दो अलग-अलग सेक्स रैकेट पकड़े गए, जिसमें चार लड़कियों का रेस्क्यू किया गया. स्वाति मालीवाल ने कहा कि अगर दिल्ली महिला आयोग आईटीओ से नरेला जाकर रेड कर सकती है, तो दिल्ली पुलिस ऐसा क्यों नहीं कर सकती.
उन्होंने यह भी कहा कि दिल्ली पुलिस के कुछ लोगों की मिलीभगत से यह सब हो रहा है. हालांकि ऐसा नहीं है कि पुलिस के सारे लोग इसमें इन्वॉल्व हैं, लेकिन कुछ लोग हैं. उन्होंने यह भी कहा कि दिल्ली अब रेप कैपिटल के साथ-साथ मिसिंग बच्चों की कैपिटल भी बनती जा रही है.
गृह मंत्री से मिलने का समय मांगा
दिल्ली सरकार की असहाय स्थिति बताती हुए स्वाति मालीवाल ने कहा कि दिल्ली पुलिस दिल्ली सरकार के अधीन नहीं है और इसलिए भी हम चाह कर भी बहुत कुछ नहीं कर पाते हैं. उन्होंने कहा कि बीते दिनों जब 6 साल की बच्ची के साथ रेप हुआ, तब मैंने गृह मंत्री से मिलने का समय मांगा. दिल्ली महिला आयोग 3-4 साल से इन मुद्दों को लेकर आवाज उठा रहा है. उन्होंने कहा कि यहां संसद है, विधानसभा है, फिर भी बच्चे लापता हो रहे हैं.
गौरतलब है कि दिल्ली में महिलाओं की स्थिति पर दिल्ली महिला आयोग नजर रखता है. स्वाति मालीवाल इन सब मुद्दों पर शुरू से सक्रिय हैं. लेकिन जिस तरह बच्चियां लापता हो रही हैं, जिस तरह इन पर कोई अंकुश नहीं लग पा रहा और जिस तरह पुलिस से लेकर सरकार तक इस मुद्दे पर सुस्त है, यह न सिर्फ भयावह, बल्कि चिंताजनक भी है. अब देखना ये होगा कि स्वाति मालीवाल जब गृह मंत्री से मिलकर ये मुद्दे उनके सामने रखती हैं, तो इस पर उनका क्या जवाब होता है और उसके बाद भी पुलिस एक्शन में आती है या नहीं.