नई दिल्ली: 2019 के चुनाव के मद्देनजर स्वराज इंडिया ICAN-19 के नाम से एक नया अभियान शुरू कर रहा है. इसके तहत युवाओं को चुनावी राजनीति में हस्तक्षेप का मौका दिया जाएगा. अभियान के जरिए लोगों को असली मुद्दे चुनने, उनके समाधान की दिशा तलाश करने में और चुनाव के लिए उम्मीदवारों के चयन का भी मौका मिलेगा. ICAN-19 के नाम से शुरू किए जा रहे इस अभियान के लिए स्वराज इंडिया ने नारा दिया है हिंदू न मुसलमान, बस किसान नौजवान.
बैठकों का दौर जारी
अभियान को सफल बनाने के लिए स्वराज इंडिया की तरफ से लगातार बैठकों का दौर जारी है. देशभर के युवाओं के साथ मंत्रणा की जा रही है. बीते 17 फरवरी को दिल्ली में योगेंद्र यादव और अन्य पार्टी पदाधिकारियों ने ICAN-19 के बैनर तले एक बैठक की. गौरतलब है की स्वराज इंडिया की तरफ से कहा जा रहा है कि ICAN-19 से जुड़ने के लिए स्वराज इंडिया का सदस्य होने की जरूरत नहीं है.
'नाजुक दौर से गुजर रहा है देश'
इस मुहिम के बारे में ईटीवी भारत से खास बातचीत में स्वराज इंडिया के उपाध्यक्ष अनुपम ने कहा कि ICAN-19 किसी भी भारतीय के लिए नेशनल इलेक्शन ड्यूटी जैसा है. इसके जरिए लोग किसी साफ-सुथरे और अच्छे उम्मीदवार को संसद भेजने में मदद कर सकते हैं. देश अभी एक ऐसे नाजुक दौर से गुजर रहा है, जिसमें युवाओं को प्रत्यक्ष रूप से सामने आने की जरूरत है. ऐसे ही युवाओं को स्वराज इंडिया एक मंच प्रदान कर रहा है, जिसके जरिए वे राजनीति को साफ करने और सही दिशा में आगे बढ़ाने में अपना योगदान दे सकते हैं.
वॉलिंटियर को विशेष ट्रेनिंग
इसके तहत स्वराज इंडिया ICAN-19 में शामिल होने वाले सभी वॉलिंटियर को विशेष ट्रेनिंग देगा. इन युवाओं में से भी आगामी चुनाव के लिए उम्मीदवार चुनाव जा सकता है, साथ ही इनसे भी समाज के अच्छे लोगों और स्वच्छ छवि के लोगों को उम्मीदवारी के लिए प्रोत्साहित करने को कहा जाएगा.
देशवासियों के नाम से अपील
ICAN-19 की शुरूआती घोषणा दिसंबर 2018 में हुई थी, उसके बाद से ही इसे जमीनी स्तर पर मजबूत करने की कोशिशें जारी हैं. आगामी कुछ दिनों में एक स्वतंत्र पैनल का गठन करने की बात की जा रही है, जो चुनाव के लिए उम्मीदवारों का चयन करेगा. CAN-19 के लिए स्वराज इंडिया की तरफ से 'ICAN-19: राष्ट्र निर्माण के लिए लोक अभियान 2019' नाम से एक पत्र भी लिखा गया है. इस पत्र में एक तरफ ICAN-19 के बारे में बताया गया है, वहीं दूसरी तरफ योगेंद्र यादव द्वारा देशवासियों के नाम अपील की गई है.