नई दिल्ली: सागर धनखड़ हत्याकांड में जेल पहुंचे सुशील के खाने की समस्या का कुछ समाधान उसे मिल गया है. प्रोटीन से युक्त डाइट तय होने तक वह जेल की कैंटीन से दूध और फल खरीदकर खा रहा है. इसके जरिये वह अपनी खुराक पूरी करने की कोशिश कर रहा है.
जेल प्रशासन का कहना है कि वह डॉक्टर की सलाह पर तय करेंगे कि खाने से संबंधित सुशील की मांग पूरी की जा सकती है या नहीं. सागर धनखड़ की हत्या के मामले में 23 मई को पुलिस ने सुशील पहलवान को गिरफ्तार किया था.
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बीते 2 जून को उसे मंडोली जेल भेजा गया जहां उसे एक अलग सेल में रखा गया है. सुशील पहलवान को जब गुरुवार से खाना दिया गया तो यह एक पहलवान की खुराक के लिए नाकाफी था. इसके बाद उसने जेल प्रशासन को बताया कि यह खुराक एक पहलवान के लिए पर्याप्त नहीं है.
उसे न केवल अधिक मात्रा में खाना चाहिए बल्कि उसके साथ प्रोटीन भी चाहिए. अगर उसे उचित मात्रा में खाना एवं प्रोटीन नहीं मिला तो उसका शरीर खराब हो सकता है. उसने यह भी कहा कि अगर जेल प्रशासन मांग को नहीं मानता तो वह अदालत का दरवाजा खटखटाएगा.
कैंटीन से फ्रूट और दूध मंगवा रहा सुशील
जेल प्रशासन की तरफ से सुशील को बताया गया है कि उसकी मांग पर विचार किया जा रहा है. खाने में अगर वह दो से तीन रोटी ज्यादा चाहता है तो वह सभी कैदियों की तरह उसे दिया जा सकता है. लेकिन जेल के डॉक्टर से सलाह लेने के बाद वह प्रोटीन युक्त खाने पर फैसला करेंगे.
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इसके साथ ही उसे बताया गया कि जेल की कैंटीन में कैदियों के लिए फल एवं दूध होता है जिसे वह खरीद सकता है. लेकिन यह सुविधा निश्चित मात्रा में ही खरीदकर ली जा सकती है. इसके बाद से सुशील कैंटीन से फल और दूध खरीदकर खा रहा है. वह खासतौर से आम और तरबूज को पसंद कर रहा है.
सूत्रों का कहना है कि इससे सुशील को काफी राहत मिली है और उसका पेट भी भर रहा है.
जेल में सामान्य होने लगी सुशील की जिंदगी
जेल सूत्रों ने बताया कि बीते बुधवार की रात जब सुशील जेल पहुंचा तो वह काफी परेशान था. रात को उसने न तो खाना खाया और ना ठीक से सो सका. अगले दिन भी वह खेल में परेशान दिखा. लेकिन अब धीरे-धीरे वह अब सामान्य हो गया है. शनिवार को वह अन्य कैदियों की तरह सामान्य देखा गया.