नई दिल्ली/ नोएडा: गौतमबुद्ध विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ़ बायोटेक्नोलॉजी में डीबीटी शिक्षा मंत्रालय भारत सरकार के जीएटी-बी परीक्षा के माध्यम से एमएससी बायोटेक्नोलॉजी में प्रवेश पाने वाले और अन्य सहपाठी विद्यार्थियों सहित कुल 22 विद्यार्थियों के लिए तीन दिवसीय शैक्षणिक दौरा का आयोजन किया गया.
विभिन्न अनुप्रयुक्त बायोटेक्नोलॉजी अनुसंधान अवधारणाओं की बेहतर समझ के लिए, उन्हें कृषि अपशिष्ट से उत्पादों को प्राप्त करने और विभिन्न प्रकार के जैव संसाधनों से मूल्य वर्धित उत्पादों के विकास के अनुप्रयोगों से अवगत कराया गया. यह दौरा भारत सरकार के तत्वधान में कार्यरत जैव प्रौद्योगिकी विभाग के राष्ट्रीय कृषि खाद्य जैव प्रौद्योगिकी संस्थान (NABI), मोहाली, सेंटर ऑफ इनोवेटिव एंड अप्लाइड बायोप्रोसेसिंग (CIAB) मोहाली और रसायन वह उर्वरक मंत्रालय के नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ फार्मास्यूटिकल एजुकेशन एंड रिसर्च (NIPER) मोहाली में किया गया.
इस दौरान संबंधित संस्थानों में चल रही शोध परियोजनाओं के साथ-साथ सहायक सुविधाओं पर गहन चर्चा की गई. बायोटेक्नोलॉजी संकाय के सदस्यों DBT-PG प्रोग्राम कोऑर्डिनेटर डॉक्टर भूपेंद्र चौधरी और डॉ. जीपी मुयाल ने इस दौरे का संचालन किया. सभी छात्रों का विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर आरके सिन्हा, रजिस्ट्रार डॉक्टर विश्वास त्रिपाठी डीन स्कूल ऑफ़ बायोटेक्नोलॉजी प्रोफेसर एनपी मेलकनिया और विभाग अध्यक्ष डॉक्टर नागेंद्र सिंह द्वारा भी प्रेरित और मार्गदर्शन किया गया. इस दौरान सभी छात्रों और आयोजकों ने इस शिक्षा यात्रा और प्रशिक्षण कार्यक्रम के लिए उपरोक्त सभी संस्थानों के निदेशकों और वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए डीबीटी शिक्षा मंत्रालय भारत सरकार ( government-of-india) को धन्यवाद दिया.
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